यशायाह 52:5
इसलिये यहोवा की यह वाणी है कि मैं अब यहां क्या करूं जब कि मेरी प्रजा सेंतमेंत हर ली गई है? यहोवा यह भी कहता है कि जो उन पर प्रभुता करते हैं वे उधम मचा रहे हैं, और, मेरे नाम कि निन्दा लगातार दिन भर होती रहती है।
Now | וְעַתָּ֤ה | wĕʿattâ | veh-ah-TA |
therefore, what | מַה | ma | ma |
have I here, | לִּי | lî | lee |
saith | פֹה֙ | pōh | foh |
the Lord, | נְאֻם | nĕʾum | neh-OOM |
that | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
my people | כִּֽי | kî | kee |
is taken away | לֻקַּ֥ח | luqqaḥ | loo-KAHK |
for nought? | עַמִּ֖י | ʿammî | ah-MEE |
over rule that they | חִנָּ֑ם | ḥinnām | hee-NAHM |
them make them to howl, | מֹשְׁלָ֤ו | mōšĕlāw | moh-sheh-LAHV |
saith | יְהֵילִ֙ילוּ֙ | yĕhêlîlû | yeh-hay-LEE-LOO |
Lord; the | נְאֻם | nĕʾum | neh-OOM |
and my name | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
continually | וְתָמִ֥יד | wĕtāmîd | veh-ta-MEED |
every | כָּל | kāl | kahl |
day | הַיּ֖וֹם | hayyôm | HA-yome |
is blasphemed. | שְׁמִ֥י | šĕmî | sheh-MEE |
מִנֹּאָֽץ׃ | minnōʾāṣ | mee-noh-ATS |