यशायाह 5:4
मेरी दाख की बारी के लिये और क्या करना रह गया जो मैं ने उसके लिये न किया हो? फिर क्या कारण है कि जब मैं ने दाख की आशा की तब उस में निकम्मी दाखें लगीं?
What | מַה | ma | ma |
could have been done | לַּעֲשׂ֥וֹת | laʿăśôt | la-uh-SOTE |
more | עוֹד֙ | ʿôd | ode |
vineyard, my to | לְכַרְמִ֔י | lĕkarmî | leh-hahr-MEE |
that I have not | וְלֹ֥א | wĕlōʾ | veh-LOH |
done | עָשִׂ֖יתִי | ʿāśîtî | ah-SEE-tee |
wherefore, it? in | בּ֑וֹ | bô | boh |
when I looked | מַדּ֧וּעַ | maddûaʿ | MA-doo-ah |
forth bring should it that | קִוֵּ֛יתִי | qiwwêtî | kee-WAY-tee |
grapes, | לַעֲשׂ֥וֹת | laʿăśôt | la-uh-SOTE |
brought it forth | עֲנָבִ֖ים | ʿănābîm | uh-na-VEEM |
wild grapes? | וַיַּ֥עַשׂ | wayyaʿaś | va-YA-as |
בְּאֻשִֽׁים׃ | bĕʾušîm | beh-oo-SHEEM |