यशायाह 49:13
हे आकाश, जयजयकार कर, हे पृथ्वी, मगन हो; हे पहाड़ों, गला खोल कर जयजयकार करो! क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है और अपने दीन लोगों पर दया की है॥
Sing, | רָנּ֤וּ | rānnû | RA-noo |
O heavens; | שָׁמַ֙יִם֙ | šāmayim | sha-MA-YEEM |
and be joyful, | וְגִ֣ילִי | wĕgîlî | veh-ɡEE-lee |
earth; O | אָ֔רֶץ | ʾāreṣ | AH-rets |
and break forth | יּפִצְח֥וּ | ypiṣḥû | yfeets-HOO |
into singing, | הָרִ֖ים | hārîm | ha-REEM |
mountains: O | רִנָּ֑ה | rinnâ | ree-NA |
for | כִּֽי | kî | kee |
the Lord | נִחַ֤ם | niḥam | nee-HAHM |
hath comforted | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
people, his | עַמּ֔וֹ | ʿammô | AH-moh |
and will have mercy | וַֽעֲנִיָּ֖ו | waʿăniyyāw | va-uh-nee-YAHV |
upon his afflicted. | יְרַחֵֽם׃ | yĕraḥēm | yeh-ra-HAME |