यशायाह 46:10
मैं तो अन्त की बात आदि से और प्राचीनकाल से उस बात को बताता आया हूं जो अब तक नहीं हुई। मैं कहता हूं, मेरी युक्ति स्थिर रहेगी और मैं अपनी इच्छा को पूरी करूंगा।
Declaring | מַגִּ֤יד | maggîd | ma-ɡEED |
the end | מֵֽרֵאשִׁית֙ | mērēʾšît | may-ray-SHEET |
from the beginning, | אַחֲרִ֔ית | ʾaḥărît | ah-huh-REET |
times ancient from and | וּמִקֶּ֖דֶם | ûmiqqedem | oo-mee-KEH-dem |
the things that | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
not are | לֹא | lōʾ | loh |
yet done, | נַעֲשׂ֑וּ | naʿăśû | na-uh-SOO |
saying, | אֹמֵר֙ | ʾōmēr | oh-MARE |
My counsel | עֲצָתִ֣י | ʿăṣātî | uh-tsa-TEE |
stand, shall | תָק֔וּם | tāqûm | ta-KOOM |
and I will do | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
all | חֶפְצִ֖י | ḥepṣî | hef-TSEE |
my pleasure: | אֶעֱשֶֽׂה׃ | ʾeʿĕśe | eh-ay-SEH |