यशायाह 43:20
गीदड़ और शुतर्मुर्ग आदि जंगली जन्तु मेरी महिमा करेंगे; क्योंकि मैं अपनी चुनी हुई प्रजा के पीने के लिये जंगल में जल और निर्जल देश में नदियां बहाऊंगा।
The beast | תְּכַבְּדֵ֙נִי֙ | tĕkabbĕdēniy | teh-ha-beh-DAY-NEE |
of the field | חַיַּ֣ת | ḥayyat | ha-YAHT |
shall honour | הַשָּׂדֶ֔ה | haśśāde | ha-sa-DEH |
dragons the me, | תַּנִּ֖ים | tannîm | ta-NEEM |
and the owls: | וּבְנ֣וֹת | ûbĕnôt | oo-veh-NOTE |
יַֽעֲנָ֑ה | yaʿănâ | ya-uh-NA | |
because | כִּֽי | kî | kee |
I give | נָתַ֨תִּי | nātattî | na-TA-tee |
waters | בַמִּדְבָּ֜ר | bammidbār | va-meed-BAHR |
in the wilderness, | מַ֗יִם | mayim | MA-yeem |
and rivers | נְהָרוֹת֙ | nĕhārôt | neh-ha-ROTE |
in the desert, | בִּֽישִׁימֹ֔ן | bîšîmōn | bee-shee-MONE |
drink give to | לְהַשְׁק֖וֹת | lĕhašqôt | leh-hahsh-KOTE |
to my people, | עַמִּ֥י | ʿammî | ah-MEE |
my chosen. | בְחִירִֽי׃ | bĕḥîrî | veh-hee-REE |