यशायाह 42:1
मेरे दास को देखो जिसे मैं संभाले हूं, मेरे चुने हुए को, जिस से मेरा जी प्रसन्न है; मैं ने उस पर अपना आत्मा रखा है, वह अन्यजातियों के लिये न्याय प्रगट करेगा।
Behold | הֵ֤ן | hēn | hane |
my servant, | עַבְדִּי֙ | ʿabdiy | av-DEE |
whom I uphold; | אֶתְמָךְ | ʾetmok | et-MOKE |
elect, mine | בּ֔וֹ | bô | boh |
in whom my soul | בְּחִירִ֖י | bĕḥîrî | beh-hee-REE |
delighteth; | רָצְתָ֣ה | roṣtâ | rohts-TA |
put have I | נַפְשִׁ֑י | napšî | nahf-SHEE |
my spirit | נָתַ֤תִּי | nātattî | na-TA-tee |
upon | רוּחִי֙ | rûḥiy | roo-HEE |
forth bring shall he him: | עָלָ֔יו | ʿālāyw | ah-LAV |
judgment | מִשְׁפָּ֖ט | mišpāṭ | meesh-PAHT |
to the Gentiles. | לַגּוֹיִ֥ם | laggôyim | la-ɡoh-YEEM |
יוֹצִֽיא׃ | yôṣîʾ | yoh-TSEE |