यशायाह 41:2
किस ने पूर्व दिशा से एक को उभारा है, जिसे वह धर्म के साथ अपने पांव के पास बुलाता है? वह जातियों को उसके वश में कर देता और उसको राजाओं पर अधिकारी ठहराता है; उसकी तलवार वह उन्हें धूल के समान, और उसके धनुष से उड़ाए हुए भूसे के समान कर देता है।
Who | מִ֤י | mî | mee |
raised up | הֵעִיר֙ | hēʿîr | hay-EER |
the righteous | מִמִּזְרָ֔ח | mimmizrāḥ | mee-meez-RAHK |
east, the from man | צֶ֖דֶק | ṣedeq | TSEH-dek |
called | יִקְרָאֵ֣הוּ | yiqrāʾēhû | yeek-ra-A-hoo |
foot, his to him | לְרַגְל֑וֹ | lĕraglô | leh-rahɡ-LOH |
gave | יִתֵּ֨ן | yittēn | yee-TANE |
the nations | לְפָנָ֤יו | lĕpānāyw | leh-fa-NAV |
before | גּוֹיִם֙ | gôyim | ɡoh-YEEM |
rule him made and him, | וּמְלָכִ֣ים | ûmĕlākîm | oo-meh-la-HEEM |
over kings? | יַ֔רְדְּ | yarĕd | YA-red |
gave he | יִתֵּ֤ן | yittēn | yee-TANE |
them as the dust | כֶּֽעָפָר֙ | keʿāpār | keh-ah-FAHR |
sword, his to | חַרְבּ֔וֹ | ḥarbô | hahr-BOH |
and as driven | כְּקַ֥שׁ | kĕqaš | keh-KAHSH |
stubble | נִדָּ֖ף | niddāp | nee-DAHF |
to his bow. | קַשְׁתּֽוֹ׃ | qaštô | kahsh-TOH |