यशायाह 40:2
यरूशलेम से शान्ति की बातें कहो; और उस से पुकार कर कहो कि तेरी कठिन सेवा पूरी हुई है, तेरे अधर्म का दण्ड अंगीकार किया गया है: यहोवा के हाथ से तू अपने सब पापों का दूना दण्ड पा चुका है॥
Speak | דַּבְּר֞וּ | dabbĕrû | da-beh-ROO |
ye comfortably | עַל | ʿal | al |
לֵ֤ב | lēb | lave | |
to Jerusalem, | יְרֽוּשָׁלִַ֙ם֙ | yĕrûšālaim | yeh-roo-sha-la-EEM |
and cry | וְקִרְא֣וּ | wĕqirʾû | veh-keer-OO |
unto | אֵלֶ֔יהָ | ʾēlêhā | ay-LAY-ha |
her, that | כִּ֤י | kî | kee |
her warfare | מָֽלְאָה֙ | mālĕʾāh | ma-leh-AH |
is accomplished, | צְבָאָ֔הּ | ṣĕbāʾāh | tseh-va-AH |
that | כִּ֥י | kî | kee |
iniquity her | נִרְצָ֖ה | nirṣâ | neer-TSA |
is pardoned: | עֲוֹנָ֑הּ | ʿăwōnāh | uh-oh-NA |
for | כִּ֤י | kî | kee |
she hath received | לָקְחָה֙ | loqḥāh | loke-HA |
Lord's the of | מִיַּ֣ד | miyyad | mee-YAHD |
hand | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
double | כִּפְלַ֖יִם | kiplayim | keef-LA-yeem |
for all | בְּכָל | bĕkāl | beh-HAHL |
her sins. | חַטֹּאתֶֽיהָ׃ | ḥaṭṭōʾtêhā | ha-toh-TAY-ha |