यशायाह 35:1
जंगल और निर्जल देश प्रफुल्लित होंगे, मरूभूमि मगन हो कर केसर की नाईं फूलेगी;
The wilderness | יְשֻׂשׂ֥וּם | yĕśuśûm | yeh-soo-SOOM |
place solitary the and | מִדְבָּ֖ר | midbār | meed-BAHR |
shall be glad | וְצִיָּ֑ה | wĕṣiyyâ | veh-tsee-YA |
desert the and them; for | וְתָגֵ֧ל | wĕtāgēl | veh-ta-ɡALE |
shall rejoice, | עֲרָבָ֛ה | ʿărābâ | uh-ra-VA |
and blossom | וְתִפְרַ֖ח | wĕtipraḥ | veh-teef-RAHK |
as the rose. | כַּחֲבַצָּֽלֶת׃ | kaḥăbaṣṣālet | ka-huh-va-TSA-let |