यशायाह 31:1
हाय उन पर जो सहायता पाने के लिये मिस्र को जाते हैं और घोड़ों का आसरा करते हैं; जो रथों पर भरोसा रखते क्योंकि वे बहुत हैं, और सवारों पर, क्योंकि वे अति बलवान हैं, पर इस्राएल के पवित्र की ओर दृष्टि नहीं करते और न यहोवा की खोज करते हैं!
Woe | ה֣וֹי | hôy | hoy |
down go that them to | הַיֹּרְדִ֤ים | hayyōrĕdîm | ha-yoh-reh-DEEM |
to Egypt | מִצְרַ֙יִם֙ | miṣrayim | meets-RA-YEEM |
for help; | לְעֶזְרָ֔ה | lĕʿezrâ | leh-ez-RA |
stay and | עַל | ʿal | al |
on | סוּסִ֖ים | sûsîm | soo-SEEM |
horses, | יִשָּׁעֵ֑נוּ | yiššāʿēnû | yee-sha-A-noo |
and trust | וַיִּבְטְח֨וּ | wayyibṭĕḥû | va-yeev-teh-HOO |
in | עַל | ʿal | al |
chariots, | רֶ֜כֶב | rekeb | REH-hev |
because | כִּ֣י | kî | kee |
they are many; | רָ֗ב | rāb | rahv |
in and | וְעַ֤ל | wĕʿal | veh-AL |
horsemen, | פָּֽרָשִׁים֙ | pārāšîm | pa-ra-SHEEM |
because | כִּֽי | kî | kee |
very are they | עָצְמ֣וּ | ʿoṣmû | ohts-MOO |
strong; | מְאֹ֔ד | mĕʾōd | meh-ODE |
but they look | וְלֹ֤א | wĕlōʾ | veh-LOH |
not | שָׁעוּ֙ | šāʿû | sha-OO |
unto | עַל | ʿal | al |
the Holy One | קְד֣וֹשׁ | qĕdôš | keh-DOHSH |
Israel, of | יִשְׂרָאֵ֔ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
neither | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
seek | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
the Lord! | לֹ֥א | lōʾ | loh |
דָרָֽשׁוּ׃ | dārāšû | da-ra-SHOO |