यशायाह 29:5
तब तेरे परदेशी बैरियों की भीड़ सूक्ष्म धूलि की नाईं, और उन भयानक लोगों की भीड़ भूसे की नाईं उड़ाईं जाएगी।
Moreover the multitude | וְהָיָ֛ה | wĕhāyâ | veh-ha-YA |
of thy strangers | כְּאָבָ֥ק | kĕʾābāq | keh-ah-VAHK |
shall be | דַּ֖ק | daq | dahk |
small like | הֲמ֣וֹן | hămôn | huh-MONE |
dust, | זָרָ֑יִךְ | zārāyik | za-RA-yeek |
and the multitude | וּכְמֹ֤ץ | ûkĕmōṣ | oo-heh-MOHTS |
ones terrible the of | עֹבֵר֙ | ʿōbēr | oh-VARE |
shall be as chaff | הֲמ֣וֹן | hămôn | huh-MONE |
away: passeth that | עָֽרִיצִ֔ים | ʿārîṣîm | ah-ree-TSEEM |
yea, it shall be | וְהָיָ֖ה | wĕhāyâ | veh-ha-YA |
at an instant | לְפֶ֥תַע | lĕpetaʿ | leh-FEH-ta |
suddenly. | פִּתְאֹֽם׃ | pitʾōm | peet-OME |