यशायाह 28:6
और जो न्याय करने को बैठते हैं उनके लिये न्याय करने वाली आत्मा और जो चढ़ाई करते हुए शत्रुओं को नगर के फाटक से हटा देते हैं, उनके लिये वह बल ठहरेगा॥
And for a spirit | וּלְר֖וּחַ | ûlĕrûaḥ | oo-leh-ROO-ak |
of judgment | מִשְׁפָּ֑ט | mišpāṭ | meesh-PAHT |
sitteth that him to | לַיּוֹשֵׁב֙ | layyôšēb | la-yoh-SHAVE |
in | עַל | ʿal | al |
judgment, | הַמִּשְׁפָּ֔ט | hammišpāṭ | ha-meesh-PAHT |
strength for and | וְלִ֨גְבוּרָ֔ה | wĕligbûrâ | veh-LEEɡ-voo-RA |
to them that turn | מְשִׁיבֵ֥י | mĕšîbê | meh-shee-VAY |
battle the | מִלְחָמָ֖ה | milḥāmâ | meel-ha-MA |
to the gate. | שָֽׁעְרָה׃ | šāʿĕrâ | SHA-eh-ra |