यशायाह 20:6
और समुद्र के इस पार के बसने वाले उस समय यह कहेंगे, देखो, जिन पर हम आशा रखते थे ओर जिनके पास हम अश्शूर के राजा से बचने के लिये भागने को थे उनकी ऐसी दशा हो गई है। तो फिर हम लोग कैसे बचेंगे?
And the inhabitant | וְ֠אָמַר | wĕʾāmar | VEH-ah-mahr |
of this | יֹשֵׁ֨ב | yōšēb | yoh-SHAVE |
isle | הָאִ֣י | hāʾî | ha-EE |
shall say | הַזֶּה֮ | hazzeh | ha-ZEH |
that in | בַּיּ֣וֹם | bayyôm | BA-yome |
day, | הַהוּא֒ | hahûʾ | ha-HOO |
Behold, | הִנֵּה | hinnē | hee-NAY |
such | כֹ֣ה | kō | hoh |
is our expectation, | מַבָּטֵ֗נוּ | mabbāṭēnû | ma-ba-TAY-noo |
whither | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
נַ֤סְנוּ | nasnû | NAHS-noo | |
we flee | שָׁם֙ | šām | shahm |
for help | לְעֶזְרָ֔ה | lĕʿezrâ | leh-ez-RA |
to be delivered | לְהִ֨נָּצֵ֔ל | lĕhinnāṣēl | leh-HEE-na-TSALE |
from | מִפְּנֵ֖י | mippĕnê | mee-peh-NAY |
king the | מֶ֣לֶךְ | melek | MEH-lek |
of Assyria: | אַשּׁ֑וּר | ʾaššûr | AH-shoor |
and how | וְאֵ֖יךְ | wĕʾêk | veh-AKE |
shall we | נִמָּלֵ֥ט | nimmālēṭ | nee-ma-LATE |
escape? | אֲנָֽחְנוּ׃ | ʾănāḥĕnû | uh-NA-heh-noo |