यशायाह 18:1
हाय, पंखों की फड़फड़ाहट से भरे हुए देश, तू जो कूश की नदियों के परे है;
Woe | ה֥וֹי | hôy | hoy |
to the land | אֶ֖רֶץ | ʾereṣ | EH-rets |
shadowing | צִלְצַ֣ל | ṣilṣal | tseel-TSAHL |
with wings, | כְּנָפָ֑יִם | kĕnāpāyim | keh-na-FA-yeem |
which | אֲשֶׁ֥ר | ʾăšer | uh-SHER |
is beyond | מֵעֵ֖בֶר | mēʿēber | may-A-ver |
the rivers | לְנַֽהֲרֵי | lĕnahărê | leh-NA-huh-ray |
of Ethiopia: | כֽוּשׁ׃ | kûš | hoosh |