यशायाह 17:6
तौभी जैसे जलपाई वृक्ष के झाड़ते समय कुछ फल रह जाते हैं, अर्थात फुनगी पर दो-तीन फल, और फलवन्त डालियों में कहीं कहीं चार-पांच फल रह जाते हैं, वैसे ही उन में सिला बिनाई होगी, इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है॥
Yet gleaning grapes | וְנִשְׁאַר | wĕnišʾar | veh-neesh-AR |
shall be left | בּ֤וֹ | bô | boh |
shaking the as it, in | עֽוֹלֵלֹת֙ | ʿôlēlōt | oh-lay-LOTE |
tree, olive an of | כְּנֹ֣קֶף | kĕnōqep | keh-NOH-kef |
two | זַ֔יִת | zayit | ZA-yeet |
or three | שְׁנַ֧יִם | šĕnayim | sheh-NA-yeem |
berries | שְׁלֹשָׁ֛ה | šĕlōšâ | sheh-loh-SHA |
top the in | גַּרְגְּרִ֖ים | gargĕrîm | ɡahr-ɡeh-REEM |
of the uppermost bough, | בְּרֹ֣אשׁ | bĕrōš | beh-ROHSH |
four | אָמִ֑יר | ʾāmîr | ah-MEER |
or five | אַרְבָּעָ֣ה | ʾarbāʿâ | ar-ba-AH |
fruitful outmost the in | חֲמִשָּׁ֗ה | ḥămiššâ | huh-mee-SHA |
branches | בִּסְעִפֶ֙יהָ֙ | bisʿipêhā | bees-ee-FAY-HA |
thereof, saith | פֹּֽרִיָּ֔ה | pōriyyâ | poh-ree-YA |
Lord the | נְאֻם | nĕʾum | neh-OOM |
God | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
of Israel. | אֱלֹהֵ֥י | ʾĕlōhê | ay-loh-HAY |
יִשְׂרָאֵֽל׃ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |