यशायाह 11:2
और यहोवा की आत्मा, बुद्धि और समझ की आत्मा, युक्ति और पराक्रम की आत्मा, और ज्ञान और यहोवा के भय की आत्मा उस पर ठहरी रहेगी।
And the spirit | וְנָחָ֥ה | wĕnāḥâ | veh-na-HA |
of the Lord | עָלָ֖יו | ʿālāyw | ah-LAV |
shall rest | ר֣וּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
upon | יְהוָ֑ה | yĕhwâ | yeh-VA |
him, the spirit | ר֧וּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
of wisdom | חָכְמָ֣ה | ḥokmâ | hoke-MA |
and understanding, | וּבִינָ֗ה | ûbînâ | oo-vee-NA |
spirit the | ר֤וּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
of counsel | עֵצָה֙ | ʿēṣāh | ay-TSA |
and might, | וּגְבוּרָ֔ה | ûgĕbûrâ | oo-ɡeh-voo-RA |
the spirit | ר֥וּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
knowledge of | דַּ֖עַת | daʿat | DA-at |
and of the fear | וְיִרְאַ֥ת | wĕyirʾat | veh-yeer-AT |
of the Lord; | יְהוָֽה׃ | yĕhwâ | yeh-VA |