यशायाह 10:2
कि वे कंगालों का न्याय बिगाड़ें और मेरी प्रजा के दीन लोगों का हक मारें, कि वे विधवाओं को लूटें और अनाथों का माल अपना लें!
To turn aside | לְהַטּ֤וֹת | lĕhaṭṭôt | leh-HA-tote |
the needy | מִדִּין֙ | middîn | mee-DEEN |
from judgment, | דַּלִּ֔ים | dallîm | da-LEEM |
away take to and | וְלִגְזֹ֕ל | wĕligzōl | veh-leeɡ-ZOLE |
the right | מִשְׁפַּ֖ט | mišpaṭ | meesh-PAHT |
from the poor | עֲנִיֵּ֣י | ʿăniyyê | uh-nee-YAY |
people, my of | עַמִּ֑י | ʿammî | ah-MEE |
that widows | לִהְי֤וֹת | lihyôt | lee-YOTE |
may be | אַלְמָנוֹת֙ | ʾalmānôt | al-ma-NOTE |
their prey, | שְׁלָלָ֔ם | šĕlālām | sheh-la-LAHM |
rob may they that and | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
the fatherless! | יְתוֹמִ֖ים | yĕtômîm | yeh-toh-MEEM |
יָבֹֽזּוּ׃ | yābōzzû | ya-VOH-zoo |