यशायाह 10:14
देश देश के लोगों की धनसम्पत्ति, चिडिय़ों के घोंसलों की नाईं, मेरे हाथ आई है, और जैसे कोई छोड़े हुए अण्डों को बटोर ले वैसे ही मैं ने सारी पृथ्वी को बटोर लिया है; और कोई पंख फड़फड़ाने वा चोंच खोलने वा चीं चीं करने वाला न था॥
And my hand | וַתִּמְצָ֨א | wattimṣāʾ | va-teem-TSA |
hath found | כַקֵּ֤ן׀ | kaqqēn | ha-KANE |
as a nest | יָדִי֙ | yādiy | ya-DEE |
riches the | לְחֵ֣יל | lĕḥêl | leh-HALE |
of the people: | הָֽעַמִּ֔ים | hāʿammîm | ha-ah-MEEM |
gathereth one as and | וְכֶאֱסֹף֙ | wĕkeʾĕsōp | veh-heh-ay-SOFE |
eggs | בֵּיצִ֣ים | bêṣîm | bay-TSEEM |
left, are that | עֲזֻב֔וֹת | ʿăzubôt | uh-zoo-VOTE |
have I | כָּל | kāl | kahl |
gathered | הָאָ֖רֶץ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
all | אֲנִ֣י | ʾănî | uh-NEE |
earth; the | אָסָ֑פְתִּי | ʾāsāpĕttî | ah-SA-feh-tee |
and there was | וְלֹ֤א | wĕlōʾ | veh-LOH |
none | הָיָה֙ | hāyāh | ha-YA |
that moved | נֹדֵ֣ד | nōdēd | noh-DADE |
the wing, | כָּנָ֔ף | kānāp | ka-NAHF |
opened or | וּפֹצֶ֥ה | ûpōṣe | oo-foh-TSEH |
the mouth, | פֶ֖ה | pe | feh |
or peeped. | וּמְצַפְצֵֽף׃ | ûmĕṣapṣēp | oo-meh-tsahf-TSAFE |