होशे 9:10
मैं ने इस्राएल को ऐसा पाया जैसे कोई जंगल में दाख पाए; और तुम्हारे पुरखाओं पर ऐसे दृष्टि की जैसे अंजीर के पहिले फलों पर दृष्टि की जाती है। परन्तु उन्होंने पोर के बाल के पास जा कर अपने तईं लज्जा का कारण होने के लिये अर्पण कर दिया, और जिस पर मोहित हो गए थे, वे उसी के समान घिनौने हो गए।
I found | כַּעֲנָבִ֣ים | kaʿănābîm | ka-uh-na-VEEM |
Israel | בַּמִּדְבָּ֗ר | bammidbār | ba-meed-BAHR |
like grapes | מָצָ֙אתִי֙ | māṣāʾtiy | ma-TSA-TEE |
wilderness; the in | יִשְׂרָאֵ֔ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
I saw | כְּבִכּוּרָ֤ה | kĕbikkûrâ | keh-vee-koo-RA |
fathers your | בִתְאֵנָה֙ | bitʾēnāh | veet-ay-NA |
as the firstripe | בְּרֵ֣אשִׁיתָ֔הּ | bĕrēʾšîtāh | beh-RAY-shee-TA |
tree fig the in | רָאִ֖יתִי | rāʾîtî | ra-EE-tee |
time: first her at | אֲבֽוֹתֵיכֶ֑ם | ʾăbôtêkem | uh-voh-tay-HEM |
but they | הֵ֜מָּה | hēmmâ | HAY-ma |
went | בָּ֣אוּ | bāʾû | BA-oo |
Baal-peor, to | בַֽעַל | baʿal | VA-al |
and separated themselves | פְּע֗וֹר | pĕʿôr | peh-ORE |
shame; that unto | וַיִּנָּֽזְרוּ֙ | wayyinnāzĕrû | va-yee-na-zeh-ROO |
and their abominations | לַבֹּ֔שֶׁת | labbōšet | la-BOH-shet |
were | וַיִּהְי֥וּ | wayyihyû | va-yee-YOO |
according as they loved. | שִׁקּוּצִ֖ים | šiqqûṣîm | shee-koo-TSEEM |
כְּאָהֳבָֽם׃ | kĕʾāhŏbām | keh-ah-hoh-VAHM |