Hebrews 11:9
विश्वास ही से उस ने प्रतिज्ञा किए हुए देश में जैसे पराए देश में परदेशी रह कर इसहाक और याकूब समेत जो उसके साथ उसी प्रतिज्ञा के वारिस थे, तम्बूओं में वास किया।
Hebrews 11:9 in Other Translations
King James Version (KJV)
By faith he sojourned in the land of promise, as in a strange country, dwelling in tabernacles with Isaac and Jacob, the heirs with him of the same promise:
American Standard Version (ASV)
By faith he became a sojourner in the land of promise, as in a `land' not his own, dwelling in tents, with Isaac and Jacob, the heirs with him of the same promise:
Bible in Basic English (BBE)
By faith he was a wanderer in the land of the agreement, as in a strange land, living in tents with Isaac and Jacob, who had a part with him in the same heritage:
Darby English Bible (DBY)
By faith he sojourned as a stranger in the land of promise as a foreign country, having dwelt in tents with Isaac and Jacob, the heirs with [him] of the same promise;
World English Bible (WEB)
By faith, he lived as an alien in the land of promise, as in a land not his own, dwelling in tents, with Isaac and Jacob, the heirs with him of the same promise.
Young's Literal Translation (YLT)
by faith he did sojourn in the land of the promise as a strange country, in tabernacles having dwelt with Isaac and Jacob, fellow-heirs of the same promise,
| By faith | Πίστει | pistei | PEE-stee |
| he sojourned | παρῴκησεν | parōkēsen | pa-ROH-kay-sane |
| in | εἰς | eis | ees |
| the | τὴν | tēn | tane |
| land | γῆν | gēn | gane |
of | τῆς | tēs | tase |
| promise, | ἐπαγγελίας | epangelias | ape-ang-gay-LEE-as |
| as | ὡς | hōs | ose |
| in a strange country, | ἀλλοτρίαν | allotrian | al-loh-TREE-an |
| dwelling | ἐν | en | ane |
| in | σκηναῖς | skēnais | skay-NASE |
| tabernacles | κατοικήσας | katoikēsas | ka-too-KAY-sahs |
| with | μετὰ | meta | may-TA |
| Isaac | Ἰσαὰκ | isaak | ee-sa-AK |
| and | καὶ | kai | kay |
| Jacob, | Ἰακὼβ | iakōb | ee-ah-KOVE |
| the | τῶν | tōn | tone |
| him with heirs | συγκληρονόμων | synklēronomōn | syoong-klay-roh-NOH-mone |
| of the | τῆς | tēs | tase |
| ἐπαγγελίας | epangelias | ape-ang-gay-LEE-as | |
| same | τῆς | tēs | tase |
| promise: | αὐτῆς· | autēs | af-TASE |
Cross Reference
उत्पत्ति 12:8
फिर वहां से कूच करके, वह उस पहाड़ पर आया, जो बेतेल के पूर्व की ओर है; और अपना तम्बू उस स्थान में खड़ा किया जिसकी पच्छिम की ओर तो बेतेल, और पूर्व की ओर ऐ है; और वहां भी उसने यहोवा के लिये एक वेदी बनाई: और यहोवा से प्रार्थना की
इब्रानियों 6:17
इसलिये जब परमेश्वर ने प्रतिज्ञा के वारिसों पर और भी साफ रीति से प्रगट करना चाहा, कि उसकी मनसा बदल नहीं सकती तो शपथ को बीच में लाया।
उत्पत्ति 18:9
उन्होंने उससे पूछा, तेरी पत्नी सारा कहां है? उसने कहा, वह तो तम्बू में है।
उत्पत्ति 13:18
इसके पशचात् अब्राम अपना तम्बू उखाड़ कर, माम्रे के बांजों के बीच जो हेब्रोन में थे जा कर रहने लगा, और वहां भी यहोवा की एक वेदी बनाई॥
उत्पत्ति 13:3
फिर वह दक्खिन देश से चलकर, बेतेल के पास उसी स्थान को पहुंचा, जहां उसका तम्बू पहले पड़ा था, जो बेतेल और ऐ के बीच में है।
उत्पत्ति 35:27
और याकूब मम्रे में, जो करियतअर्बा, अर्थात हब्रोन है, जहां इब्राहीम और इसहाक परदेशी हो कर रहे थे, अपने पिता इसहाक के पास आया।
प्रेरितों के काम 7:5
और उस को कुछ मीरास वरन पैर रखने भर की भी उस में जगह न दी, परन्तु प्रतिज्ञा की कि मैं यह देश, तेरे और तेरे बाद तेरे वंश के हाथ कर दूंगा; यद्यपि उस समय उसके कोई पुत्र भी न था।
उत्पत्ति 48:3
और याकूब ने यूसुफ से कहा, सर्वशक्तिमान ईश्वर ने कनान देश के लूज नगर के पास मुझे दर्शन देकर आशीष दी,
उत्पत्ति 28:13
और यहोवा उसके ऊपर खड़ा हो कर कहता है, कि मैं यहोवा, तेरे दादा इब्राहीम का परमेश्वर, और इसहाक का भी परमेश्वर हूं: जिस भूमि पर तू पड़ा है, उसे मैं तुझ को और तेरे वंश को दूंगा।
उत्पत्ति 28:4
और वह तुझे और तेरे वंश को भी इब्राहीम की सी आशीष दे, कि तू यह देश जिस में तू परदेशी हो कर रहता है, और जिसे परमेश्वर ने इब्राहीम को दिया था, उसका अधिकारी हो जाए।
उत्पत्ति 26:3
तू इसी देश में रह, और मैं तेरे संग रहूंगा, और तुझे आशीष दूंगा; और ये सब देश मैं तुझ को, और तेरे वंश को दूंगा; और जो शपथ मैं ने तेरे पिता इब्राहीम से खाई थी, उसे मैं पूरी करूंगा।
उत्पत्ति 25:27
फिर वे लड़के बढ़ने लगे और ऐसाव तो वनवासी हो कर चतुर शिकार खेलने वाला हो गया, पर याकूब सीधा मनुष्य था, और तम्बुओं में रहा करता था।
उत्पत्ति 23:4
मैं तुम्हारे बीच पाहुन और परदेशी हूं: मुझे अपने मध्य में कब्रिस्तान के लिये ऐसी भूमि दो जो मेरी निज की हो जाए, कि मैं अपने मुर्दे को गाड़ के अपने आंख की ओट करूं।
उत्पत्ति 18:6
सो इब्राहीम ने तम्बू में सारा के पास फुर्ती से जा कर कहा, तीन सआ मैदा फुर्ती से गून्ध, और फुलके बना।
उत्पत्ति 18:1
इब्राहीम माम्रे के बांजो के बीच कड़ी धूप के समय तम्बू के द्वार पर बैठा हुआ था, तब यहोवा ने उसे दर्शन दिया:
उत्पत्ति 17:8
और मैं तुझ को, और तेरे पश्चात तेरे वंश को भी, यह सारा कनान देश, जिस में तू परदेशी हो कर रहता है, इस रीति दूंगा कि वह युग युग उनकी निज भूमि रहेगी, और मैं उनका परमेश्वर रहूंगा।