हाग्गै 2:6 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल हाग्गै हाग्गै 2 हाग्गै 2:6

Haggai 2:6
क्योंकि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, अब थोड़ी ही देर बाकी है कि मैं आकाश और पृथ्वी और समुद्र और स्थल सब को कम्पित करूंगा।

Haggai 2:5Haggai 2Haggai 2:7

Haggai 2:6 in Other Translations

King James Version (KJV)
For thus saith the LORD of hosts; Yet once, it is a little while, and I will shake the heavens, and the earth, and the sea, and the dry land;

American Standard Version (ASV)
For thus saith Jehovah of hosts: Yet once, it is a little while, and I will shake the heavens, and the earth, and the sea, and the dry land;

Bible in Basic English (BBE)
For this is what the Lord of armies has said: In a short time I will make a shaking of the heavens and the earth and the sea and the dry land;

Darby English Bible (DBY)
For thus saith Jehovah of hosts: Yet once, it is a little while, and I will shake the heavens, and the earth, and the sea, and the dry [land];

World English Bible (WEB)
For this is what Yahweh of Hosts says: 'Yet once, it is a little while, and I will shake the heavens, the earth, the sea, and the dry land;

Young's Literal Translation (YLT)
For thus said Jehovah of Hosts: Yet once more -- it `is' a little, And I am shaking the heavens and the earth, And the sea, and the dry land,

For
כִּ֣יkee
thus
כֹ֤הhoh
saith
אָמַר֙ʾāmarah-MAHR
the
Lord
יְהוָ֣הyĕhwâyeh-VA
of
hosts;
צְבָא֔וֹתṣĕbāʾôttseh-va-OTE
Yet
ע֥וֹדʿôdode
once,
אַחַ֖תʾaḥatah-HAHT
it
מְעַ֣טmĕʿaṭmeh-AT
is
a
little
while,
הִ֑יאhîʾhee
I
and
וַאֲנִ֗יwaʾănîva-uh-NEE
will
shake
מַרְעִישׁ֙marʿîšmahr-EESH

אֶתʾetet
the
heavens,
הַשָּׁמַ֣יִםhaššāmayimha-sha-MA-yeem
earth,
the
and
וְאֶתwĕʾetveh-ET
and
the
sea,
הָאָ֔רֶץhāʾāreṣha-AH-rets
and
the
dry
וְאֶתwĕʾetveh-ET
land;
הַיָּ֖םhayyāmha-YAHM
וְאֶתwĕʾetveh-ET
הֶחָרָבָֽה׃heḥārābâheh-ha-ra-VA

Cross Reference

यशायाह 10:25
क्योंकि अब थोड़ी ही देर है कि मेरी जलन और क्रोध उनका सत्यानाश कर के शान्त होगा

इब्रानियों 12:26
उस समय तो उसके शब्द ने पृथ्वी को हिला दिया पर अब उस ने यह प्रतिज्ञा की है, कि एक बार फिर मैं केवल पृथ्वी को नहीं, वरन आकाश को भी हिला दूंगा।

यशायाह 29:17
क्या अब थोड़े ही दिनों के बीतने पर लबानोन फिर फलदाई बारी न बन जाएगा, और फलदाई बारी जंगल न गिनी जाएगी?

प्रकाशित वाक्य 11:9
और सब लोगों, और कुलों, और भाषाओं, और जातियों में से लोग उन की लोथें साढ़े तीन दिन तक देखते रहेंगे, और उन की लोथें कब्र में रखने ने देंगे।

प्रकाशित वाक्य 8:5
और स्वर्गदूत ने धूपदान ले कर उस में वेदी की आग भरी, और पृथ्वी पर डाल दी, और गर्जन और शब्द और बिजलियां और भूईंडोल होने लगा॥

प्रकाशित वाक्य 6:2
और मैं ने दृष्टि की, और देखो, एक श्वेत घोड़ा है, और उसका सवार धनुष लिए हुए है: और उसे एक मुकुट दिया गया, और वह जय करता हुआ निकला कि और भी जय प्राप्त करे॥

इब्रानियों 10:37
क्योंकि अब बहुत ही थोड़ा समय रह गया है जब कि आने वाला आएगा, और देर न करेगा।

प्रेरितों के काम 2:19
और मैं ऊपर आकाश में अद्भुत काम, और नीचे धरती पर चिन्ह, अर्थात लोहू, और आग और धूएं का बादल दिखाऊंगा।

लूका 21:25
और सूरज और चान्द और तारों में चिन्ह दिखाई देंगें, और पृथ्वी पर, देश देश के लोगों को संकट होगा; क्योंकि वे समुद्र के गरजने और लहरों के कोलाहल से घबरा जाएंगे।

मरकुस 13:24
उन दिनों में, उस क्लेश के बाद सूरज अन्धेरा हो जाएगा, और चान्द प्रकाश न देगा।

मत्ती 24:29
उन दिनों के क्लेश के बाद तुरन्त सूर्य अन्धियारा हो जाएगा, और चान्द का प्रकाश जाता रहेगा, और तारे आकाश से गिर पड़ेंगे और आकाश की शक्तियां हिलाई जाएंगी।

हाग्गै 2:21
मैं आकाश और पृथ्वी दोनों को कम्पाऊंगा,

योएल 3:16
और यहोवा सिय्योन से गरजेगा, और यरूशलेम से बड़ा शब्द सुनाएगा; और आकाश और पृथ्वी थरथराएंगे। परन्तु यहोवा अपनी प्रजा के लिये शरणस्थान और इस्राएलियों के लिये गढ़ ठहरेगा॥

योएल 2:30
और मैं आकाश में और पृथ्वी पर चमत्कार, अर्थात लोहू और आग और धूएं के खम्भे दिखाऊंगा।

यहेजकेल 38:20
और मेरे दर्शन से समुद्र की मछलियां और आकाश के पक्षी, मैदान के पशु और भूमि पर जितने जीव-जन्तु रेंगते हैं, और भूमि के ऊपर जितने मनुष्य रहते हैं, सब कांप उठेंगे; और पहाड़ गिराए जाएंगे; और चढ़ाइयां नाश होंगी, और सब भीतें गिर कर मिट्टी में मिल जाएंगी।

यिर्मयाह 51:33
क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर, सेनाओं का यहोवा यों कहता है: बाबुल की बेटी दांवते समय के खलिहान के समान है, थोड़े ही दिनों में उसकी कटनी का समय आएगा।

यिर्मयाह 4:23
मैं ने पृथ्वी पर देखा, वह सूनी और सुनसान पड़ी थी; और आकाश को, और उस में कोई ज्योति नहीं थी।

यशायाह 34:4
आकाश के सारे गण जाते रहेंगे और आकाश कागज की नाईं लपेटा जाएगा। और जैसे दाखलता वा अंजीर के वृक्ष के पत्ते मुर्झाकर गिर जाते हैं, वैसे ही उसके सारे गण धुंधले हो कर जाते रहेंगे॥

भजन संहिता 37:10
थोड़े दिन के बीतने पर दुष्ट रहेगा ही नहीं; और तू उसके स्थान को भलीं भांति देखने पर भी उसको न पाएगा।