उत्पत्ति 6:5
और यहोवा ने देखा, कि मनुष्यों की बुराई पृथ्वी पर बढ़ गई है, और उनके मन के विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है सो निरन्तर बुरा ही होता है।
And God | וַיַּ֣רְא | wayyar | va-YAHR |
saw | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
that | כִּ֥י | kî | kee |
the wickedness | רַבָּ֛ה | rabbâ | ra-BA |
man of | רָעַ֥ת | rāʿat | ra-AT |
was great | הָאָדָ֖ם | hāʾādām | ha-ah-DAHM |
in the earth, | בָּאָ֑רֶץ | bāʾāreṣ | ba-AH-rets |
every that and | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
imagination | יֵ֙צֶר֙ | yēṣer | YAY-TSER |
of the thoughts | מַחְשְׁבֹ֣ת | maḥšĕbōt | mahk-sheh-VOTE |
heart his of | לִבּ֔וֹ | libbô | LEE-boh |
was only | רַ֥ק | raq | rahk |
evil | רַ֖ע | raʿ | ra |
continually. | כָּל | kāl | kahl |
הַיּֽוֹם׃ | hayyôm | ha-yome |