उत्पत्ति 6:17
और सुन, मैं आप पृथ्वी पर जलप्रलय करके सब प्राणियों को, जिन में जीवन की आत्मा है, आकाश के नीचे से नाश करने पर हूं: और सब जो पृथ्वी पर हैं मर जाएंगे।
And, behold, | וַֽאֲנִ֗י | waʾănî | va-uh-NEE |
I, even I, | הִנְנִי֩ | hinniy | heen-NEE |
do bring | מֵבִ֨יא | mēbîʾ | may-VEE |
אֶת | ʾet | et | |
flood a | הַמַּבּ֥וּל | hammabbûl | ha-MA-bool |
of waters | מַ֙יִם֙ | mayim | MA-YEEM |
upon | עַל | ʿal | al |
earth, the | הָאָ֔רֶץ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
to destroy | לְשַׁחֵ֣ת | lĕšaḥēt | leh-sha-HATE |
all | כָּל | kāl | kahl |
flesh, | בָּשָׂ֗ר | bāśār | ba-SAHR |
wherein | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
is the breath | בּוֹ֙ | bô | boh |
of life, | ר֣וּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
under from | חַיִּ֔ים | ḥayyîm | ha-YEEM |
heaven; thing | מִתַּ֖חַת | mittaḥat | mee-TA-haht |
that every and | הַשָּׁמָ֑יִם | haššāmāyim | ha-sha-MA-yeem |
is in the earth | כֹּ֥ל | kōl | kole |
shall die. | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
בָּאָ֖רֶץ | bāʾāreṣ | ba-AH-rets | |
יִגְוָֽע׃ | yigwāʿ | yeeɡ-VA |