Genesis 37:8
तब उसके भाइयों ने उससे कहा, क्या सचमुच तू हमारे ऊपर राज्य करेगा? वा सचमुच तू हम पर प्रभुता करेगा? सो वे उसके स्वप्नों और उसकी बातों के कारण उससे और भी अधिक बैर करने लगे।
Genesis 37:8 in Other Translations
King James Version (KJV)
And his brethren said to him, Shalt thou indeed reign over us? or shalt thou indeed have dominion over us? And they hated him yet the more for his dreams, and for his words.
American Standard Version (ASV)
And his brethren said to him, Shalt thou indeed reign over us? Or shalt thou indeed have dominion over us? And they hated him yet the more for his dreams, and for his words.
Bible in Basic English (BBE)
And his brothers said to him, Are you to be our king? will you have authority over us? And because of his dream and his words, their hate for him became greater than ever.
Darby English Bible (DBY)
And his brethren said to him, Wilt thou indeed be a king over us? wilt thou indeed rule over us? And they hated him yet the more for his dreams and for his words.
Webster's Bible (WBT)
And his brethren said to him, Shalt thou indeed reign over us? or shalt thou indeed have dominion over us? and they hated him yet the more for his dreams and for his words.
World English Bible (WEB)
His brothers said to him, "Will you indeed reign over us? Or will you indeed have dominion over us?" They hated him all the more for his dreams and for his words.
Young's Literal Translation (YLT)
And his brethren say to him, `Dost thou certainly reign over us? dost thou certainly rule over us?' and they add still more to hate him, for his dreams, and for his words.
| And his brethren | וַיֹּ֤אמְרוּ | wayyōʾmĕrû | va-YOH-meh-roo |
| said | לוֹ֙ | lô | loh |
| indeed thou Shalt him, to | אֶחָ֔יו | ʾeḥāyw | eh-HAV |
| reign | הֲמָלֹ֤ךְ | hămālōk | huh-ma-LOKE |
| over | תִּמְלֹךְ֙ | timlōk | teem-loke |
| or us? | עָלֵ֔ינוּ | ʿālênû | ah-LAY-noo |
| shalt thou indeed | אִם | ʾim | eem |
| dominion have | מָשׁ֥וֹל | māšôl | ma-SHOLE |
| over us? And they hated | תִּמְשֹׁ֖ל | timšōl | teem-SHOLE |
| him yet | בָּ֑נוּ | bānû | BA-noo |
| more the | וַיּוֹסִ֤פוּ | wayyôsipû | va-yoh-SEE-foo |
| for | עוֹד֙ | ʿôd | ode |
| his dreams, | שְׂנֹ֣א | śĕnōʾ | seh-NOH |
| and for | אֹת֔וֹ | ʾōtô | oh-TOH |
| his words. | עַל | ʿal | al |
| חֲלֹֽמֹתָ֖יו | ḥălōmōtāyw | huh-loh-moh-TAV | |
| וְעַל | wĕʿal | veh-AL | |
| דְּבָרָֽיו׃ | dĕbārāyw | deh-va-RAIV |
Cross Reference
उत्पत्ति 37:4
सो जब उसके भाईयों ने देखा, कि हमारा पिता हम सब भाइयों से अधिक उसी से प्रीति रखता है, तब वे उससे बैर करने लगे और उसके साथ ठीक तौर से बात भी नहीं करते थे।
प्रेरितों के काम 7:35
जिस मूसा को उन्होंने यह कहकर नकारा था कि तुझे किस ने हम पर हाकिम और न्यायी ठहराया है; उसी को परमेश्वर ने हाकिम और छुड़ाने वाला ठहरा कर, उस स्वर्ग दूत के द्वारा जिस ने उसे झाड़ी में दर्शन दिया था, भेजा।
प्रेरितों के काम 4:27
क्योंकि सचमुच तेरे सेवक यीशु के विरोध में, जिस तू ने अभिषेक किया, हेरोदेस और पुन्तियुस पीलातुस भी अन्य जातियों और इस्त्राएलियों के साथ इस नगर में इकट्ठे हुए।
लूका 20:17
उस ने उन की ओर देखकर कहा; फिर यह क्या, लिखा है, कि जिस पत्थर को राजमिस्त्रियों ने निकम्मा ठहराया था, वही कोने का सिरा हो गया।
लूका 19:14
परन्तु उसके नगर के रहने वाले उस से बैर रखते थे, और उसके पीछे दूतों के द्वारा कहला भेजा, कि हम नहीं चाहते, कि यह हम पर राज्य करे।
भजन संहिता 118:22
राजमिस्त्रियों ने जिस पत्थर को निकम्मा ठहराया था वही कोने का सिरा हो गया है।
भजन संहिता 2:3
आओ, हम उनके बन्धन तोड़ डालें, और उनकी रस्सियों अपने ऊपर से उतार फेंके॥
1 शमूएल 17:28
जब दाऊद उन मनुष्यों से बातें कर रहा था, तब उसका बड़ा भाई एलीआब सुन रहा था; और एलीआब दाऊद से बहुत क्रोधित हो कर कहने लगा, तू यहां क्या आया है? और जंगल में उन थोड़ी सी भेड़ बकरियों को तू किस के पास छोड़ आया है? तेरा अभिमान और तेरे मन की बुराई मुझे मालूम है; तू तो लड़ाई देखने के लिये यहां आया है।
1 शमूएल 10:27
परन्तु कई लुच्चे लोगों ने कहा, यह जन हमारा क्या उद्धार करेगा? और उन्होंने उसको तुच्छ जाना, और उसके पास भेंट न लाए। तौभी वह सुनी अनसुनी करके चुप रहा॥
निर्गमन 2:14
उसने कहा, किस ने तुझे हम लोगों पर हाकिम और न्यायी ठहराया? जिस भांति तू ने मिस्री को घात किया क्या उसी भांति तू मुझे भी घात करना चाहता है? तब मूसा यह सोचकर डर गया, कि निश्चय वह बात खुल गई है।
उत्पत्ति 49:26
तेरे पिता के आशीर्वाद मेरे पितरों के आशीर्वाद से अधिक बढ़ गए हैं और सनातन पहाडिय़ों की मन- चाही वस्तुओं की नाईं बने रहेंगे: वे यूसुफ के सिर पर, जो अपने भाइयों में से न्यारा हुआ, उसी के सिर के मुकुट पर फूले फलेंगे॥
इब्रानियों 10:29
तो सोच लो कि वह कितने और भी भारी दण्ड के योग्य ठहरेगा, जिस ने परमेश्वर के पुत्र को पांवों से रौंदा, और वाचा के लोहू को जिस के द्वारा वह पवित्र ठहराया गया था, अपवित्र जाना है, और अनुग्रह की आत्मा का अपमान किया।