उत्पत्ति 2:17
पर भले या बुरे के ज्ञान का जो वृक्ष है, उसका फल तू कभी न खाना: क्योंकि जिस दिन तू उसका फल खाए उसी दिन अवश्य मर जाएगा॥
But of the tree | וּמֵעֵ֗ץ | ûmēʿēṣ | oo-may-AYTS |
of the knowledge | הַדַּ֙עַת֙ | haddaʿat | ha-DA-AT |
good of | ט֣וֹב | ṭôb | tove |
and evil, | וָרָ֔ע | wārāʿ | va-RA |
thou shalt not | לֹ֥א | lōʾ | loh |
eat | תֹאכַ֖ל | tōʾkal | toh-HAHL |
of | מִמֶּ֑נּוּ | mimmennû | mee-MEH-noo |
it: for | כִּ֗י | kî | kee |
in the day | בְּי֛וֹם | bĕyôm | beh-YOME |
eatest thou that | אֲכָלְךָ֥ | ʾăkolkā | uh-hole-HA |
thereof | מִמֶּ֖נּוּ | mimmennû | mee-MEH-noo |
thou shalt surely | מ֥וֹת | môt | mote |
die. | תָּמֽוּת׃ | tāmût | ta-MOOT |