Galatians 2:17
हम जो मसीह में धर्मी ठहरना चाहते हैं, यदि आप ही पापी निकलें, तो क्या मसीह पाप का सेवक है? कदापि नहीं।
Galatians 2:17 in Other Translations
King James Version (KJV)
But if, while we seek to be justified by Christ, we ourselves also are found sinners, is therefore Christ the minister of sin? God forbid.
American Standard Version (ASV)
But if, while we sought to be justified in Christ, we ourselves also were found sinners, is Christ a minister of sin? God forbid.
Bible in Basic English (BBE)
But if, while we were desiring to get righteousness through Christ, we ourselves were seen to be sinners, is Christ a servant of sin? In no way!
Darby English Bible (DBY)
Now if in seeking to be justified in Christ we also have been found sinners, then [is] Christ minister of sin? Far be the thought.
World English Bible (WEB)
But if, while we sought to be justified in Christ, we ourselves also were found sinners, is Christ a servant of sin? Certainly not!
Young's Literal Translation (YLT)
And if, seeking to be declared righteous in Christ, we ourselves also were found sinners, `is' then Christ a ministrant of sin? let it not be!
| But | εἰ | ei | ee |
| if, | δὲ | de | thay |
| while we seek | ζητοῦντες | zētountes | zay-TOON-tase |
| justified be to | δικαιωθῆναι | dikaiōthēnai | thee-kay-oh-THAY-nay |
| by | ἐν | en | ane |
| Christ, | Χριστῷ | christō | hree-STOH |
| we ourselves | εὑρέθημεν | heurethēmen | ave-RAY-thay-mane |
| also | καὶ | kai | kay |
| found are | αὐτοὶ | autoi | af-TOO |
| sinners, | ἁμαρτωλοί | hamartōloi | a-mahr-toh-LOO |
| is therefore | ἆρα | ara | AH-ra |
| Christ | Χριστὸς | christos | hree-STOSE |
| minister the | ἁμαρτίας | hamartias | a-mahr-TEE-as |
| of sin? | διάκονος | diakonos | thee-AH-koh-nose |
| God forbid. | μὴ | mē | may |
| γένοιτο | genoito | GAY-noo-toh |
Cross Reference
रोमियो 6:1
सो हम क्या कहें? क्या हम पाप करते रहें, कि अनुग्रह बहुत हो?
गलातियों 2:15
हम जो जन्म के यहूदी हैं, और पापी अन्यजातियों में से नहीं।
1 यूहन्ना 3:5
और तुम जानते हो, कि वह इसलिये प्रगट हुआ, कि पापों को हर ले जाए; और उसके स्वभाव में पाप नहीं।
रोमियो 11:7
सो परिणाम क्या हुआ यह? कि इस्त्राएली जिस की खोज में हैं, वह उन को नहीं मिला; परन्तु चुने हुओं को मिला और शेष लोग कठोर किए गए हैं।
रोमियो 3:6
कदापि नहीं, नहीं तो परमेश्वर क्योंकर जगत का न्याय करेगा?
रोमियो 3:4
कदापि नहीं, वरन परमेश्वर सच्चा और हर एक मनुष्य झूठा ठहरे, जैसा लिखा है, कि जिस से तू अपनी बातों में धर्मी ठहरे और न्याय करते समय तू जय पाए।
1 यूहन्ना 3:8
जो कोई पाप करता है, वह शैतान की ओर से है, क्योंकि शैतान आरम्भ ही से पाप करता आया है: परमेश्वर का पुत्र इसलिये प्रगट हुआ, कि शैतान के कामों को नाश करे।
इब्रानियों 8:2
और पवित्र स्थान और उस सच्चे तम्बू का सेवक हुआ, जिसे किसी मनुष्य ने नहीं, वरन प्रभु ने खड़ा किया था।
इब्रानियों 7:24
पर यह युगानुयुग रहता है; इस कारण उसका याजक पद अटल है।
गलातियों 3:21
तो क्या व्यवस्था परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं के विरोध में है? कदापि न हो क्योंकि यदि ऐसी व्यवस्था दी जाती जो जीवन दे सकती, तो सचमुच धामिर्कता व्यवस्था से होती।
गलातियों 2:11
पर जब कैफा अन्ताकिया में आया तो मैं ने उसके मुंह पर उसका साम्हना किया, क्योंकि वह दोषी ठहरा था।
2 कुरिन्थियों 3:7
और यदि मृत्यु की यह वाचा जिस के अक्षर पत्थरों पर खोदे गए थे, यहां तक तेजोमय हुई, कि मूसा के मुंह पर के तेज के कराण जो घटता भी जाता था, इस्त्राएल उसके मुंह पर दृष्टि नहीं कर सकते थे।
रोमियो 15:8
मैं कहता हूं, कि जो प्रतिज्ञाएं बाप दादों को दी गई थीं, उन्हें दृढ़ करने के लिये मसीह, परमेश्वर की सच्चाई का प्रमाण देने के लिये खतना किए हुए लोगों का सेवक बना।
रोमियो 9:30
सो हम क्या कहें? यह कि अन्यजातियों ने जो धामिर्कता की खोज नहीं करते थे, धामिर्कता प्राप्त की अर्थात उस धामिर्कता को जो विश्वास से है।
मत्ती 1:21
वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना; क्योंकि वह अपने लोगों का उन के पापों से उद्धार करेगा।