सभोपदेशक 12:1
अपनी जवानी के दिनों में अपने सृजनहार को स्मरण रख, इस से पहिले कि विपत्ति के दिन और वे वर्ष आएं, जिन में तू कहे कि मेरा मन इन में नहीं लगाता।
Remember | וּזְכֹר֙ | ûzĕkōr | oo-zeh-HORE |
now | אֶת | ʾet | et |
thy Creator | בּ֣וֹרְאֶ֔יךָ | bôrĕʾêkā | BOH-reh-A-ha |
in the days | בִּימֵ֖י | bîmê | bee-MAY |
youth, thy of | בְּחוּרֹתֶ֑יךָ | bĕḥûrōtêkā | beh-hoo-roh-TAY-ha |
while | עַ֣ד | ʿad | ad |
אֲשֶׁ֤ר | ʾăšer | uh-SHER | |
the evil | לֹא | lōʾ | loh |
days | יָבֹ֙אוּ֙ | yābōʾû | ya-VOH-OO |
come | יְמֵ֣י | yĕmê | yeh-MAY |
not, | הָֽרָעָ֔ה | hārāʿâ | ha-ra-AH |
nor the years | וְהִגִּ֣יעוּ | wĕhiggîʿû | veh-hee-ɡEE-oo |
draw nigh, | שָׁנִ֔ים | šānîm | sha-NEEM |
when | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
say, shalt thou | תֹּאמַ֔ר | tōʾmar | toh-MAHR |
I have no | אֵֽין | ʾên | ane |
pleasure | לִ֥י | lî | lee |
in them; | בָהֶ֖ם | bāhem | va-HEM |
חֵֽפֶץ׃ | ḥēpeṣ | HAY-fets |