व्यवस्थाविवरण 8:3
उसने तुझ को नम्र बनाया, और भूखा भी होने दिया, फिर वह मन्ना, जिसे न तू और न तेरे पुरखा ही जानते थे, वही तुझ को खिलाया; इसलिये कि वह तुझ को सिखाए कि मनुष्य केवल रोटी ही से नहीं जीवित रहता, परन्तु जो जो वचन यहोवा के मुंह से निकलते हैं उन ही से वह जीवित रहता है।
And he humbled | וַֽיְעַנְּךָ֮ | wayʿannĕkā | va-ah-neh-HA |
hunger, to thee suffered and thee, | וַיַּרְעִבֶךָ֒ | wayyarʿibekā | va-yahr-ee-veh-HA |
and fed | וַיַּאֲכִֽלְךָ֤ | wayyaʾăkilĕkā | va-ya-uh-hee-leh-HA |
thee with | אֶת | ʾet | et |
manna, | הַמָּן֙ | hammān | ha-MAHN |
which | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
thou knewest | לֹֽא | lōʾ | loh |
not, | יָדַ֔עְתָּ | yādaʿtā | ya-DA-ta |
neither | וְלֹ֥א | wĕlōʾ | veh-LOH |
fathers thy did | יָֽדְע֖וּן | yādĕʿûn | ya-deh-OON |
know; | אֲבֹתֶ֑יךָ | ʾăbōtêkā | uh-voh-TAY-ha |
that | לְמַ֣עַן | lĕmaʿan | leh-MA-an |
know thee make might he | הוֹדִֽיעֲךָ֗ | hôdîʿăkā | hoh-dee-uh-HA |
that | כִּ֠י | kî | kee |
man | לֹ֣א | lōʾ | loh |
doth not | עַל | ʿal | al |
live | הַלֶּ֤חֶם | halleḥem | ha-LEH-hem |
by | לְבַדּוֹ֙ | lĕbaddô | leh-va-DOH |
bread | יִֽחְיֶ֣ה | yiḥĕye | yee-heh-YEH |
only, | הָֽאָדָ֔ם | hāʾādām | ha-ah-DAHM |
but | כִּ֛י | kî | kee |
by | עַל | ʿal | al |
every | כָּל | kāl | kahl |
out proceedeth that word | מוֹצָ֥א | môṣāʾ | moh-TSA |
of the mouth | פִֽי | pî | fee |
Lord the of | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
doth man | יִֽחְיֶ֥ה | yiḥĕye | yee-heh-YEH |
live. | הָֽאָדָֽם׃ | hāʾādām | HA-ah-DAHM |