Deuteronomy 30:19
मैं आज आकाश और पृथ्वी दोनों को तुम्हारे साम्हने इस बात की साक्षी बनाता हूं, कि मैं ने जीवन और मरण, आशीष और शाप को तुम्हारे आगे रखा है; इसलिये तू जीवन ही को अपना ले, कि तू और तेरा वंश दोनों जीवित रहें;
Deuteronomy 30:19 in Other Translations
King James Version (KJV)
I call heaven and earth to record this day against you, that I have set before you life and death, blessing and cursing: therefore choose life, that both thou and thy seed may live:
American Standard Version (ASV)
I call heaven and earth to witness against you this day, that I have set before thee life and death, the blessing and the curse: therefore choose life, that thou mayest live, thou and thy seed;
Bible in Basic English (BBE)
Let heaven and earth be my witnesses against you this day that I have put before you life and death, a blessing and a curse: so take life for yourselves and for your seed:
Darby English Bible (DBY)
I call heaven and earth to witness this day against you: life and death have I set before you, blessing and cursing: choose then life, that thou mayest live, thou and thy seed,
Webster's Bible (WBT)
I call heaven and earth to record this day against you, that I have set before you life and death, blessing and cursing: therefore choose life, that both thou and thy seed may live:
World English Bible (WEB)
I call heaven and earth to witness against you this day, that I have set before you life and death, the blessing and the curse: therefore choose life, that you may live, you and your seed;
Young's Literal Translation (YLT)
`I have caused to testify against you to-day the heavens and the earth; life and death I have set before thee, the blessing and the reviling; and thou hast fixed on life, so that thou dost live, thou and thy seed,
| I call | הַֽעִדֹ֨תִי | haʿidōtî | ha-ee-DOH-tee |
| בָכֶ֣ם | bākem | va-HEM | |
| heaven | הַיּוֹם֮ | hayyôm | ha-YOME |
| and earth | אֶת | ʾet | et |
| day this record to | הַשָּׁמַ֣יִם | haššāmayim | ha-sha-MA-yeem |
| set have I that you, against | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
| before | הָאָרֶץ֒ | hāʾāreṣ | ha-ah-RETS |
| life you | הַֽחַיִּ֤ים | haḥayyîm | ha-ha-YEEM |
| and death, | וְהַמָּ֙וֶת֙ | wĕhammāwet | veh-ha-MA-VET |
| blessing | נָתַ֣תִּי | nātattî | na-TA-tee |
| and cursing: | לְפָנֶ֔יךָ | lĕpānêkā | leh-fa-NAY-ha |
| therefore choose | הַבְּרָכָ֖ה | habbĕrākâ | ha-beh-ra-HA |
| life, | וְהַקְּלָלָ֑ה | wĕhaqqĕlālâ | veh-ha-keh-la-LA |
| that | וּבָֽחַרְתָּ֙ | ûbāḥartā | oo-va-hahr-TA |
| both thou | בַּֽחַיִּ֔ים | baḥayyîm | ba-ha-YEEM |
| and thy seed | לְמַ֥עַן | lĕmaʿan | leh-MA-an |
| may live: | תִּֽחְיֶ֖ה | tiḥĕye | tee-heh-YEH |
| אַתָּ֥ה | ʾattâ | ah-TA | |
| וְזַרְעֶֽךָ׃ | wĕzarʿekā | veh-zahr-EH-ha |
Cross Reference
व्यवस्थाविवरण 30:15
सुन, आज मैं ने तुझ को जीवन और मरण, हानि और लाभ दिखाया है।
व्यवस्थाविवरण 11:26
सुनो, मैं आज के दिन तुम्हारे आगे आशीष और शाप दोनों रख देता हूं।
व्यवस्थाविवरण 30:1
फिर जब आशीष और शाप की ये सब बातें जो मैं ने तुझ को कह सुनाईं हैं तुझ पर घटें, और तू उन सब जातियों के मध्य में रहकर, जहां तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ को बरबस पहुंचाएगा, इन बातों को स्मरण करे,
नीतिवचन 8:36
परन्तु जो मेरा अपराध करता है, वह अपने ही पर उपद्रव करता है; जितने मुझ से बैर रखते वे मृत्यु से प्रीति रखते हैं॥
व्यवस्थाविवरण 4:26
तो मैं आज आकाश और पृथ्वी को तुम्हारे विरुद्ध साक्षी करके कहता हूं, कि जिस देश के अधिकारी होने के लिये तुम यरदन पार जाने पर हो उस में तुम जल्दी बिल्कुल नाश हो जाओगे; और बहुत दिन रहने न पाओगे, किन्तु पूरी रीति से नष्ट हो जाओगे।
भजन संहिता 119:30
मैं ने सच्चाई का मार्ग चुन लिया है, तेरे नियमों की ओर मैं चित्त लगाए रहता हूं।
1 तीमुथियुस 5:21
परमेश्वर, और मसीह यीशु, और चुने हुए स्वर्गदूतों को उपस्थित जान कर मैं तुझे चितौनी देता हूं कि तू मन खोल कर इन बातों को माना कर, और कोई काम पक्षपात से न कर।
लूका 10:42
परन्तु एक बात अवश्य है, और उस उत्तम भाग को मरियम ने चुन लिया है: जो उस से छीना न जाएगा॥
मीका 6:1
जो बात यहोवा कहता है, उसे सुनो : उठ कर, पहाड़ों के साम्हने वादविवाद कर, और टीले भी तेरी सुनने पाएं।
भजन संहिता 119:173
तेरा हाथ मेरी सहायता करने को तैयार रहता है, क्योंकि मैं ने तेरे उपदेशों को अपनाया है।
यहोशू 24:15
और यदि यहोवा की सेवा करनी तुम्हें बुरी लगे, तो आज चुन लो कि तुम किस की सेवा करोगे, चाहे उन देवताओं की जिनकी सेवा तुम्हारे पुरखा महानद के उस पार करते थे, और चाहे एमोरियों के देवताओं की सेवा करो जिनके देश में तुम रहते हो; परन्तु मैं तो अपने घराने समेत यहोवा की सेवा नित करूंगा।
व्यवस्थाविवरण 32:1
हे आकाश, कान लगा, कि मैं बोलूं; और हे पृथ्वी, मेरे मुंह की बातें सुन॥
व्यवस्थाविवरण 31:28
तुम अपने गोत्रों के सब वृद्ध लोगों को और अपने सरदारों को मेरे पास इकट्ठा करो, कि मैं उन को थे वचन सुनाकर उनके विरुद्ध आकाश और पृथ्वी दोनों को साक्षी बनाऊं।
यशायाह 1:2
हे स्वर्ग सुन, और हे पृथ्वी कान लगा; क्योंकि यहोवा कहता है: मैं ने बाल-बच्चों का पालन पोषण किया, और उन को बढ़ाया भी, परन्तु उन्होंने मुझ से बलवा किया।
यिर्मयाह 2:12
हे आकाश, चकित हो, बहुत ही थरथरा और सुनसान हो जा, यहोवा की यह वाणी है।
यिर्मयाह 22:29
हे पृथ्वी, पृथ्वी, हे पृथ्वी, यहोवा का वचन सुन!
यिर्मयाह 32:39
मैं उन को एक ही मन और एक ही चाल कर दूंगा कि वे सदा मेरा भय मानते रहें, जिस से उनका और उनके बाद उनके वंश का भी भला हो।
प्रेरितों के काम 2:39
क्योंकि यह प्रतिज्ञा तुम, और तुम्हारी सन्तानों, और उन सब दूर दूर के लोगों के लिये भी है जिन को प्रभु हमारा परमेश्वर अपने पास बुलाएगा।
यशायाह 56:4
क्योंकि जो खोजे मेरे विश्रामदिन को मानते और जिस बात से मैं प्रसन्न रहता हूं उसी को अपनाते और मेरी वाचा को पालते हैं, उनके विषय यहोवा यों कहता है
नीतिवचन 1:29
क्योंकि उन्होंने ज्ञान से बैर किया, और यहोवा का भय मानना उन को न भाया।
भजन संहिता 119:111
मैं ने तेरी चितौनियों को सदा के लिये अपना निज भाग कर लिया है, क्योंकि वे मेरे हृदय के हर्ष का कारण हैं।