Deuteronomy 26:19
और कि वह अपनी बनाईं हुई सब जातियों से अधिक प्रशंसा, नाम, और शोभा के विषय में तुझ को प्रतिष्ठित करे, और तू उसके वचन के अनुसार अपने परमेश्वर यहोवा की पवित्र प्रजा बना रहे।
Deuteronomy 26:19 in Other Translations
King James Version (KJV)
And to make thee high above all nations which he hath made, in praise, and in name, and in honor; and that thou mayest be an holy people unto the LORD thy God, as he hath spoken.
American Standard Version (ASV)
and to make thee high above all nations that he hath made, in praise, and in name, and in honor; and that thou mayest be a holy people unto Jehovah thy God, as he hath spoken.
Bible in Basic English (BBE)
And that he will make you high over all the nations he has made, in praise, in name, and in honour, and that you are to be a holy people to the Lord your God as he has said.
Darby English Bible (DBY)
so that he should make thee high above all the nations which he hath made, in praise and in name and in honour; and that thou shouldest be a holy people to Jehovah thy God, as he hath said.
Webster's Bible (WBT)
And to make thee high above all nations which he hath made, in praise, and in name, and in honor; and that thou mayest be a holy people to the LORD thy God, as he hath spoken.
World English Bible (WEB)
and to make you high above all nations that he has made, in praise, and in name, and in honor; and that you may be a holy people to Yahweh your God, as he has spoken.
Young's Literal Translation (YLT)
so as to make thee uppermost above all the nations whom He hath made for a praise, and for a name, and for beauty, and for thy being a holy people to Jehovah thy God, as He hath spoken.
| And to make | וּֽלְתִתְּךָ֣ | ûlĕtittĕkā | oo-leh-tee-teh-HA |
| thee high | עֶלְי֗וֹן | ʿelyôn | el-YONE |
| above | עַ֤ל | ʿal | al |
| all | כָּל | kāl | kahl |
| nations | הַגּוֹיִם֙ | haggôyim | ha-ɡoh-YEEM |
| which | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
| made, hath he | עָשָׂ֔ה | ʿāśâ | ah-SA |
| in praise, | לִתְהִלָּ֖ה | lithillâ | leet-hee-LA |
| and in name, | וּלְשֵׁ֣ם | ûlĕšēm | oo-leh-SHAME |
| honour; in and | וּלְתִפְאָ֑רֶת | ûlĕtipʾāret | oo-leh-teef-AH-ret |
| be mayest thou that and | וְלִֽהְיֹתְךָ֧ | wĕlihĕyōtĕkā | veh-lee-heh-yoh-teh-HA |
| an holy | עַם | ʿam | am |
| people | קָדֹ֛שׁ | qādōš | ka-DOHSH |
| Lord the unto | לַֽיהוָ֥ה | layhwâ | lai-VA |
| thy God, | אֱלֹהֶ֖יךָ | ʾĕlōhêkā | ay-loh-HAY-ha |
| as | כַּֽאֲשֶׁ֥ר | kaʾăšer | ka-uh-SHER |
| he hath spoken. | דִּבֵּֽר׃ | dibbēr | dee-BARE |
Cross Reference
व्यवस्थाविवरण 28:1
यदि तू अपने परमेश्वर यहोवा की सब आज्ञाएं, जो मैं आज तुझे सुनाता हूं, चौकसी से पूरी करने का चित्त लगाकर उसकी सुने, तो वह तुझे पृथ्वी की सब जातियों में श्रेष्ट करेगा।
व्यवस्थाविवरण 7:6
क्योंकि तू अपने परमेश्वर यहोवा की पवित्र प्रजा है; यहोवा ने पृथ्वी भर के सब देशों के लोगों में से तुझ को चुन लिया है कि तू उसकी प्रजा और निज धन ठहरे।
1 पतरस 2:9
पर तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और (परमेश्वर की ) निज प्रजा हो, इसलिये कि जिस ने तुम्हें अन्धकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करो।
व्यवस्थाविवरण 4:7
देखो, कौन ऐसी बड़ी जाति है जिसका देवता उसके ऐसे समीप रहता हो जैसा हमारा परमेश्वर यहोवा, जब कि हम उसको पुकारते हैं?
निर्गमन 19:6
और तुम मेरी दृष्टि में याजकों का राज्य और पवित्र जाति ठहरोगे। जो बातें तुझे इस्त्राएलियों से कहनी हैं वे ये ही हैं।
यशायाह 62:12
और लोग उन को पवित्र प्रजा और यहोवा के छुड़ाए हुए कहेंगे; और तेरा नाम ग्रहण की हुई अर्थात न-त्यागी हुई नगरी पड़ेगा॥
प्रकाशित वाक्य 1:5
और यीशु मसीह की ओर से, जो विश्वासयोग्य साक्षी और मरे हुओं में से जी उठने वालों में पहिलौठा, और पृथ्वी के राजाओं का हाकिम है, तुम्हें अनुग्रह और शान्ति मिलती रहे: जो हम से प्रेम रखता है, और जिस ने अपने लोहू के द्वारा हमें पापों से छुड़ाया है।
1 पतरस 2:5
तुम भी आप जीवते पत्थरों की नाईं आत्मिक घर बनते जाते हो, जिस से याजकों का पवित्र समाज बन कर, ऐसे आत्मिक बलिदान चढ़ाओ, जो यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर को ग्राह्य हों।
सपन्याह 3:19
उस समय मैं उन सभों से जो तुझे दु:ख देते हैं, उचित बर्ताव करूंगा। और मैं लंगड़ों को चंगा करूंगा, और बरबस निकाले हुओं को इकट्ठा करूंगा, और जिनकी लज्जा की चर्चा सारी पृथ्वी पर फैली है, उनकी प्रशंसा और कीर्त्ति सब कहीं फैलाऊंगा।
यहेजकेल 16:12
फिर मैं ने तेरी नाक में नत्थ और तेरे कानों में बालियां पहिनाईं, और तेरे सिर पर शोभायमान मुकुट धरा।
यिर्मयाह 33:9
क्योंकि वे वह सब भलाई के काम सुनेंगे जो मैं उनके लिये करूंगा और वे सब कल्याण और शान्ति की चर्चा सुनकर जो मैं उन से करूंगा, डरेंगे और थरथराएंगे; वे पृथ्वी की उन जातियों की दृष्टि में मेरे लिये हर्षाने वाले और स्तुति और शोभा का कारण हो जाएंगे।
यिर्मयाह 13:11
यहोवा की यह वाणी है कि जिस प्रकार से पेटी मनुष्य की कमर में कसी जाती है, उसी प्रकार से मैं ने इस्राएल के सारे घराने और यहूदा के सारे घराने को अपनी कटि में बान्ध लिया था कि वे मेरी प्रजा बनें और मेरे नाम और कीर्ति और शोभा का कारण हों, परन्तु उन्होंने न माना।
यशायाह 66:20
और जैसे इस्राएली लोग अन्नबलि को शुद्ध पात्र में धरकर यहोवा के भवन में ले आते हैं, वैसे ही वे तुम्हारे सब भाइयों को घोड़ों, रथों, पालकियों, खच्चरों और साड़नियों पर चढ़ा चढ़ाकर मेरे पवित्र पर्वत यरूशलेम पर यहोवा की भेंट के लिये ले आएंगे, यहोवा का यही वचन है।
भजन संहिता 148:14
और उसने अपनी प्रजा के लिये एक सींग ऊंचा किया है; यह उसके सब भक्तों के लिये अर्थात इस्राएलियों के लिये और उसके समीप रहने वाली प्रजा के लिये स्तुति करने का विषय है। याह की स्तुति करो।
व्यवस्थाविवरण 28:13
और यहोवा तुझ को पूंछ नहीं, किन्तु सिर ही ठहराएगा, और तू नीचे नहीं, परन्तु ऊपर ही रहेगा; यदि परमेश्वर यहोवा की आज्ञाएं जो मैं आज तुझ को सुनाता हूं, तू उनके मानने में मन लगाकर चौकसी करे;
व्यवस्थाविवरण 28:9
यदि तू अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञाओं को मानते हुए उसके मार्गों पर चले, तो वह अपनी शपथ के अनुसार तुझे अपनी पवित्र प्रजा करके स्थिर रखेगा।