दानिय्येल 12:7
तब जो पुरूष सन का वस्त्र पहिने हुए नदी के जल के ऊपर था, उसने मेरे सुनते दहिना और बांया अपने दोनों हाथ स्वर्ग की ओर उठा कर, सदा जीवित रहने वाले की शपथ खाकर कहा, यह दशा साढ़े तीन काल तक ही रहेगी; और जब पवित्र प्रजा की शक्ति टूटते टूटते समाप्त हो जाएगी, तब ये बातें पूरी होंगी।
And I heard | וָאֶשְׁמַ֞ע | wāʾešmaʿ | va-esh-MA |
אֶת | ʾet | et | |
the man | הָאִ֣ישׁ׀ | hāʾîš | ha-EESH |
clothed | לְב֣וּשׁ | lĕbûš | leh-VOOSH |
in linen, | הַבַּדִּ֗ים | habbaddîm | ha-ba-DEEM |
which | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
was upon | מִמַּעַל֮ | mimmaʿal | mee-ma-AL |
the waters | לְמֵימֵ֣י | lĕmêmê | leh-may-MAY |
of the river, | הַיְאֹר֒ | hayʾōr | hai-ORE |
up held he when | וַיָּ֨רֶם | wayyārem | va-YA-rem |
his right hand | יְמִינ֤וֹ | yĕmînô | yeh-mee-NOH |
hand left his and | וּשְׂמֹאלוֹ֙ | ûśĕmōʾlô | oo-seh-moh-LOH |
unto | אֶל | ʾel | el |
heaven, | הַשָּׁמַ֔יִם | haššāmayim | ha-sha-MA-yeem |
and sware | וַיִּשָּׁבַ֖ע | wayyiššābaʿ | va-yee-sha-VA |
liveth that him by | בְּחֵ֣י | bĕḥê | beh-HAY |
for ever | הָעוֹלָ֑ם | hāʿôlām | ha-oh-LAHM |
that | כִּי֩ | kiy | kee |
time, a for be shall it | לְמוֹעֵ֨ד | lĕmôʿēd | leh-moh-ADE |
times, | מֽוֹעֲדִ֜ים | môʿădîm | moh-uh-DEEM |
half; an and | וָחֵ֗צִי | wāḥēṣî | va-HAY-tsee |
accomplished have shall he when and | וּכְכַלּ֛וֹת | ûkĕkallôt | oo-heh-HA-lote |
to scatter | נַפֵּ֥ץ | nappēṣ | na-PAYTS |
the power | יַד | yad | yahd |
holy the of | עַם | ʿam | am |
people, | קֹ֖דֶשׁ | qōdeš | KOH-desh |
all | תִּכְלֶ֥ינָה | tiklênâ | teek-LAY-na |
these | כָל | kāl | hahl |
things shall be finished. | אֵֽלֶּה׃ | ʾēlle | A-leh |