Daniel 11:4
और जब वह बड़ा होगा, तब उसका राज्य टूटेगा और चारों दिशाओं में बंटकर अलग अलग हो जाएगा; और न तो उसके राज्य की शक्ति ज्यों की त्यों रहेगी और न उसके वंश को कुछ मिलेगा; क्योंकि उसका राज्य उखड़ कर, उनकी अपेक्षा और लोगों को प्राप्त होगा॥
Daniel 11:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
And when he shall stand up, his kingdom shall be broken, and shall be divided toward the four winds of heaven; and not to his posterity, nor according to his dominion which he ruled: for his kingdom shall be plucked up, even for others beside those.
American Standard Version (ASV)
And when he shall stand up, his kingdom shall be broken, and shall be divided toward the four winds of heaven, but not to his posterity, nor according to his dominion wherewith he ruled; for his kingdom shall be plucked up, even for others besides these.
Bible in Basic English (BBE)
And when he has become strong, his kingdom will be broken and parted to the four winds of heaven; but not to his offspring, for it will be uprooted; and his kingdom will be for the others and not for these: but not with the same authority as his.
Darby English Bible (DBY)
And when he shall stand up, his kingdom shall be broken, and shall be divided toward the four winds of the heavens; but not to his posterity, nor according to his dominion wherewith he ruled; for his kingdom shall be plucked up, even for others beside these.
World English Bible (WEB)
When he shall stand up, his kingdom shall be broken, and shall be divided toward the four winds of the sky, but not to his posterity, nor according to his dominion with which he ruled; for his kingdom shall be plucked up, even for others besides these.
Young's Literal Translation (YLT)
and according to his standing is his kingdom broken, and divided to the four winds of the heavens, and not to his posterity, nor according to his dominion that he ruled, for his kingdom is plucked up -- and for others apart from these.
| And when he shall stand up, | וּכְעָמְדוֹ֙ | ûkĕʿomdô | oo-heh-ome-DOH |
| kingdom his | תִּשָּׁבֵ֣ר | tiššābēr | tee-sha-VARE |
| shall be broken, | מַלְכוּת֔וֹ | malkûtô | mahl-hoo-TOH |
| divided be shall and | וְתֵחָ֕ץ | wĕtēḥāṣ | veh-tay-HAHTS |
| toward the four | לְאַרְבַּ֖ע | lĕʾarbaʿ | leh-ar-BA |
| winds | רוּח֣וֹת | rûḥôt | roo-HOTE |
| of heaven; | הַשָּׁמָ֑יִם | haššāmāyim | ha-sha-MA-yeem |
| and not | וְלֹ֣א | wĕlōʾ | veh-LOH |
| posterity, his to | לְאַחֲרִית֗וֹ | lĕʾaḥărîtô | leh-ah-huh-ree-TOH |
| nor | וְלֹ֤א | wĕlōʾ | veh-LOH |
| dominion his to according | כְמָשְׁלוֹ֙ | kĕmošlô | heh-mohsh-LOH |
| which | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
| he ruled: | מָשָׁ֔ל | māšāl | ma-SHAHL |
| for | כִּ֤י | kî | kee |
| kingdom his | תִנָּתֵשׁ֙ | tinnātēš | tee-na-TAYSH |
| shall be plucked up, | מַלְכוּת֔וֹ | malkûtô | mahl-hoo-TOH |
| others for even | וְלַאֲחֵרִ֖ים | wĕlaʾăḥērîm | veh-la-uh-hay-REEM |
| beside | מִלְּבַד | millĕbad | mee-leh-VAHD |
| those. | אֵֽלֶּה׃ | ʾēlle | A-leh |
Cross Reference
दानिय्येल 8:22
और वह सींग जो टूट गया और उसकी सन्ती जो चार सींग निकले, इसका अर्थ यह है कि उस जाति से चार राज्य उदय होंगे, परन्तु उनका बल उस पहिले का सा न होगा।
दानिय्येल 8:8
तब बकरा अत्यन्त बड़ाई मारने लगा, और जब बलवन्त हुआ, तक उसका बड़ा सींग टूट गया, और उसकी सन्ती देखने योग्य चार सींग निकलकर चारों दिशाओं की ओर बढ़ने लगे॥
यिर्मयाह 12:17
परन्तु यदि वे न मानें, तो मैं उस जाति को ऐसा उखाड़ूंगा कि वह फिर कभी न पनंपेगी, यहोवा की यही वाणी है।
दानिय्येल 7:8
मैं उन सींगों को ध्यान से देख रहा था तो क्या देखा कि उनके बीच एक और छोटा सा सींग निकला, और उसके बल से उन पहिले सींगों में से तीन उखाड़े गए; फिर मैं ने देखा कि इस सींग में मनुष्य की सी आंखें, और बड़ा बोल बोलने वाला मुंह भी है।
दानिय्येल 7:2
दानिय्येल ने यह कहा, मैं ने रात को यह स्वप्न देखा कि महासागर पर चौमुखी आंधी चलने लगी।
यिर्मयाह 18:7
जब मैं किसी जाति वा राज्य के विषय कहूं कि उसे उखाड़ूंगा वा ढा दूंगा अथवा नाश करूंगा,
यिर्मयाह 12:15
उन्हें उखाड़ने के बाद मैं फिर उन पर दया करूंगा, और उन में से हर एक को उसके निज़ भाग और भूमि में फिर से लगाऊंगा।
लूका 12:20
परन्तु परमेश्वर ने उस से कहा; हे मूर्ख, इसी रात तेरा प्राण तुझ से ले लिया जाएगा: तब जो कुछ तू ने इकट्ठा किया है, वह किस का होगा?
मत्ती 12:25
उस ने उन के मन की बात जानकर उन से कहा; जिस किसी राज्य में फूट होती है, वह उजड़ जाता है, और कोई नगर या घराना जिस में फूट होती है, बना न रहेगा।
दानिय्येल 7:6
इसके बाद मैं ने दृष्टि की और देखा कि चीते के समान एक और जन्तु है जिसकी पीठ पर पक्षी के से चार पंख हैं; और उस जन्तु के चार सिर थे; और उसको अधिकार दिया गया।
यिर्मयाह 45:4
तू यों कह, यहोवा यों कहता है, कि देख, इस सारे देश को जिसे मैं ने बनाया था, उसे मैं आप ढा दूंगा, और जिन को मैं ने रोपा था, उन्हें स्वयं उखाड़ फेंकूंगा।
यिर्मयाह 31:40
और लोथों और राख की सब तराई और किद्रोन नाले तक जितने खेत हैं, घोड़ों के पूवीं फाटक के कोने तक जितनी भूमि है, वह सब यहोवा के लिये पवित्र ठहरेगी। सदा तक वह नगर फिर कभी न तो गिराया जाएगा और न ढाया जाएगा
सभोपदेशक 4:8
कोई अकेला रहता और उसका कोई नहीं है; न उसके बेटा है, न भाई है, तौभी उसके परिश्रम का अन्त नहीं होता; न उसकी आंखें धन से सन्तुष्ट होती हैं, और न वह कहता है, मैं किस के लिये परिश्रम करता और अपने जीवन को सुखरहित रखता हूं? यह भी व्यर्थ और निरा दु:खभरा काम है।
सभोपदेशक 2:18
मैं ने अपने सारे परिश्रम के प्रतिफल से जिसे मैं ने धरती पर किया था घृणा की, क्योंकि अवश्य है कि मैं उसका फल उस मनुष्य के लिये छोड़ जाऊं जो मेरे बाद आएगा।
भजन संहिता 73:17
जब तक कि मैं ने ईश्वर के पवित्र स्थान में जाकर उन लोगों के परिणाम को न सोचा।
भजन संहिता 49:6
जो अपनी सम्पत्ति पर भरोसा रखते, और अपने धन की बहुतायत पर फूलते हैं,
भजन संहिता 39:6
सचमुच मनुष्य छाया सा चलता फिरता है; सचमुच वे व्यर्थ घबराते हैं; वह धन का संचय तो करता है परन्तु नहीं जानता कि उसे कौन लेगा!
भजन संहिता 37:35
मैं ने दुष्ट को बड़ा पराक्रमी और ऐसा फैलता हुए देखा, जैसा कोई हरा पेड़ अपने निज भूमि में फैलता है।
अय्यूब 20:5
कि दुष्टों का ताली बजाना जल्दी बन्द हो जाता और भक्तिहीनों का आनन्द पल भर का होता है?