Acts 24:26
उसे पौलुस से कुछ रूपये मिलने की भी आस थी; इसलिये और भी बुला बुलाकर उस से बातें किया करता था।
Acts 24:26 in Other Translations
King James Version (KJV)
He hoped also that money should have been given him of Paul, that he might loose him: wherefore he sent for him the oftener, and communed with him.
American Standard Version (ASV)
He hoped withal that money would be given him of Paul: wherefore also he sent for him the oftener, and communed with him.
Bible in Basic English (BBE)
For he was hoping that Paul would give him money: so he sent for him more frequently and had talk with him.
Darby English Bible (DBY)
hoping at the same time that money would be given him by Paul: wherefore also he sent for him the oftener and communed with him.
World English Bible (WEB)
Meanwhile, he also hoped that money would be given to him by Paul, that he might release him. Therefore also he sent for him more often, and talked with him.
Young's Literal Translation (YLT)
and at the same time also hoping that money shall be given to him by Paul, that he may release him, therefore, also sending for him the oftener, he was conversing with him;
| He hoped | ἅμα | hama | A-ma |
| δὲ | de | thay | |
| also | καὶ | kai | kay |
| that | ἐλπίζων | elpizōn | ale-PEE-zone |
| money | ὅτι | hoti | OH-tee |
| given been have should | χρήματα | chrēmata | HRAY-ma-ta |
| him | δοθήσεται | dothēsetai | thoh-THAY-say-tay |
| of | αὐτῷ | autō | af-TOH |
| ὑπὸ | hypo | yoo-POH | |
| Paul, | τοῦ | tou | too |
| that | Παύλου· | paulou | PA-loo |
| loose might he | ὅπως | hopōs | OH-pose |
| him: | λύσῃ | lysē | LYOO-say |
| wherefore | αὐτὸν | auton | af-TONE |
| he sent for | διὸ | dio | thee-OH |
| him | καὶ | kai | kay |
| πυκνότερον | pyknoteron | pyoo-KNOH-tay-rone | |
| the oftener, and | αὐτὸν· | auton | af-TONE |
| communed | μεταπεμπόμενος | metapempomenos | may-ta-pame-POH-may-nose |
| ὡμίλει | hōmilei | oh-MEE-lee | |
| with him. | αὐτῷ | autō | af-TOH |
Cross Reference
निर्गमन 23:8
घूस न लेना, क्योंकि घूस देखने वालों को भी अन्धा कर देता, और धर्मियों की बातें पलट देता है।
यहेजकेल 33:31
वे प्रजा की नाईं तेरे पास आते और मेरी प्रजा बन कर तेरे साम्हने बैठ कर तेरे वचन सुनते हैं, परन्तु वे उन पर चलते नहीं; मुंह से तो वे बहुत प्रेम दिखाते हैं, परन्तु उनका मन लालच ही में लगा रहता है।
होशे 4:18
वे जब दाखमधु पी चुकते हैं तब वेश्यागमन करने में लग जाते हैं; उनके प्रधान लोग निरादर होने से अधिक प्रीति रखते हैं।
होशे 12:7
वह व्योपारी है, और उसके हाथ में छल का तराजू है; अन्धेर करना ही उसको भाता है।
आमोस 2:6
यहोवा यों कहता है, इस्राएल के तीन क्या, वरन चार अपराधों के कारण, मैं उसका दण्ड न छोडूंगा; क्योंकि उन्होंने निर्दोष को रूपये के लिये और दरिद्र को एक जोड़ी जूतियों के लिये बेच डाला है।
मीका 3:11
उसके प्रधान घूस ले ले कर विचार करते, और याजक दाम ले ले कर व्यवस्था देते हैं, और भविष्यद्वक्ता रूपये के लिये भावी कहते हैं; तौभी वे यह कहकर यहोवा पर भरोसा रखते हैं, यहोवा हमारे बीच में है, इसलिये कोई विपत्ति हम पर न आएगी।
मीका 7:3
वे अपने दोनों हाथों से मन लगा कर बुराई करते हैं; हाकिम घूस मांगता, और न्यायी घूस लेने को तैयार रहता है, और रईस अपने मन की दुष्टता वर्णन करता है; इसी प्रकार से वे सब मिल कर जालसाजी करते हैं।
प्रेरितों के काम 24:2
जब वह बुलाया गया तो तिरतुल्लुस उस पर दोष लगाकर कहने लगा, कि, हे महाप्रतापी फेलिक्स, तेरे द्वारा हमें जो बड़ा कुशल होता है; और तेरे प्रबन्ध से इस जाति के लिये कितनी बुराइयां सुधरती जाती हैं।
प्रेरितों के काम 24:17
बहुत वर्षों के बाद मैं अपने लोगों को दान पहुंचाने, और भेंट चढ़ाने आया था।
1 कुरिन्थियों 6:9
क्या तुम नहीं जानते, कि अन्यायी लोग परमेश्वर के राज्य के वारिस न होंगे? धोखा न खाओ, न वेश्यागामी, न मूर्तिपूजक, न परस्त्रीगामी, न लुच्चे, न पुरूषगामी।
इफिसियों 5:5
क्योंकि तुम यह जानते हो, कि किसी व्यभिचारी, या अशुद्ध जन, या लोभी मनुष्य की, जो मूरत पूजने वाले के बराबर है, मसीह और परमेश्वर के राज्य में मीरास नहीं।
1 तीमुथियुस 6:9
पर जो धनी होना चाहते हैं, वे ऐसी परीक्षा, और फंदे और बहुतेरे व्यर्थ और हानिकारक लालसाओं में फंसते हैं, जो मनुष्यों को बिगाड़ देती हैं और विनाश के समुद्र में डूबा देती हैं।
2 पतरस 2:3
और वे लोभ के लिये बातें गढ़ कर तुम्हें अपने लाभ का कारण बनाएंगे, और जो दण्ड की आज्ञा उन पर पहिले से हो चुकी है, उसके आने में कुछ भी देर नहीं, और उन का विनाश ऊंघता नहीं।
यहेजकेल 22:27
उसके प्रधान हुंड़ारों की नाईं अहेर पकड़ते, और अन्याय से लाभ उठाने के लिये हत्या करते हैं और प्राण घात करने को तत्पर रहते हैं।
यशायाह 56:11
वे मरभूखे कुत्ते हैं जो कभी तृप्त नहीं होते। वे चरवाहे हें जिन में समझ ही नहीं; उन सभों ने अपने अपने लाभ के लिये अपना अपना मार्ग लिया है।
व्यवस्थाविवरण 16:19
तुम न्याय न बिगाड़ना; तू न तो पक्षपात करना; और न तो घूस लेना, क्योंकि घूस बुद्धिमान की आंखें अन्धी कर देती है, और धर्मियों की बातें पलट देती है।
1 शमूएल 8:3
परन्तु उसके पुत्र उसकी राह पर न चले, अर्थात लालच में आकर घूस लेते और न्याय बिगाड़ते थे॥
1 शमूएल 12:3
मैं उपस्थित हूं; इसलिये तुम यहोवा के साम्हने, और उसके अभिषिक्त के सामने मुझ पर साक्षी दो, कि मैं ने किस का बैल ले लिया? वा किस का गदहा ले लियो? वा किस पर अन्धेर किया? वा किस को पीसा? वा किस के हाथ से अपनी आंखें बन्द करने के लिये घूस लिया? बताओ, और मैं वह तुम को फेर दूंगा?
2 इतिहास 19:7
अब यहोवा का भय तुम में बना रहे; चौकसी से काम करना, क्योंकि हमारे परमेश्वर यहोवा में कुछ कुटिलता नहीं है, और न वह किसी का पक्ष करता और न घूस लेता है।
अय्यूब 15:34
क्योंकि भक्तिहीन के परिवार से कुछ बन न पड़ेगा, और जो घूस लेते हैं, उनके तम्बू आग से जल जाएंगे।
भजन संहिता 26:9
मेरे प्राण को पापियों के साथ, और मेरे जीवन को हत्यारों के साथ न मिला।
नीतिवचन 17:8
देने वाले के हाथ में घूस मोह लेने वाले मणि का काम देता है; जिधर ऐसा पुरूष फिरता, उधर ही उसका काम सुफल होता है।
नीतिवचन 17:23
दुष्ट जन न्याय बिगाड़ने के लिये, अपनी गांठ से घूस निकालता है।
नीतिवचन 19:6
उदार मनुष्य को बहुत से लोग मना लेते हैं, और दानी पुरूष का मित्र सब कोई बनता है।
नीतिवचन 29:4
राजा न्याय से देश को स्थिर करता है, परन्तु जो बहुत घूस लेता है उस को उलट देता है।
यशायाह 1:23
तेरे हाकिम हठीले और चोरों से मिले हैं। वे सब के सब घूस खाने वाले और भेंट के लालची हैं। वे अनाथ का न्याय नहीं करते, और न विधवा का मुकद्दमा अपने पास आने देते हैं।
यशायाह 33:15
जो धर्म से चलता और सीधी बातें बोलता; जो अन्धेर के लाभ से घृणा करता, जो घूस नहीं लेता; जो खून की बात सुनने से कान बन्द करता, और बुराई देखने से आंख मूंद लेता है। वही ऊंचे स्थानों में निवास करेगा।
2 पतरस 2:14
उन ही आंखों में व्यभिचार बसा हुआ है, और वे पाप किए बिना रूक नहीं सकते: वे चंचल मन वालों को फुसला लेते हैं; उन के मन को लोभ करने का अभ्यास हो गया है, वे सन्ताप के सन्तान हैं।