Psalm 147:1
याह की स्तुति करो! क्योंकि अपने परमेश्वर का भजन गाना अच्छा है; क्योंकि वह मन भावना है, उसकी स्तुति करनी मन भावनी है।
Psalm 147:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
Praise ye the LORD: for it is good to sing praises unto our God; for it is pleasant; and praise is comely.
American Standard Version (ASV)
Praise ye Jehovah; For it is good to sing praises unto our God; For it is pleasant, `and' praise is comely.
Bible in Basic English (BBE)
Give praise to the Lord; for it is good to make melody to our God; praise is pleasing and beautiful.
Darby English Bible (DBY)
Praise ye Jah! for it is good. Sing psalms of our God; for it is pleasant: praise is comely.
World English Bible (WEB)
Praise Yah, For it is good to sing praises to our God; For it is pleasant and fitting to praise him.
Young's Literal Translation (YLT)
Praise ye Jah! For `it is' good to praise our God, For pleasant -- comely `is' praise.
| Praise | הַ֥לְלוּ | hallû | HAHL-loo |
| ye the Lord: | יָ֨הּ׀ | yāh | ya |
| for | כִּי | kî | kee |
| good is it | ט֭וֹב | ṭôb | tove |
| to sing praises | זַמְּרָ֣ה | zammĕrâ | za-meh-RA |
| God; our unto | אֱלֹהֵ֑ינוּ | ʾĕlōhênû | ay-loh-HAY-noo |
| for | כִּֽי | kî | kee |
| it is pleasant; | נָ֝עִים | nāʿîm | NA-eem |
| and praise | נָאוָ֥ה | nāʾwâ | na-VA |
| is comely. | תְהִלָּֽה׃ | tĕhillâ | teh-hee-LA |
Cross Reference
भजन संहिता 33:1
हे धर्मियों यहोवा के कारण जयजयकार करो क्योंकि धर्मी लोगों को स्तुति करनी सोहती है।
भजन संहिता 135:3
याह की स्तुति करो, क्योंकि यहोवा भला है; उसके नाम का भजन गाओ, क्योंकि यह मन भाऊ है!
भजन संहिता 92:1
यहोवा का धन्यवाद करना भला है, हे परमप्रधान, तेरे नाम का भजन गाना;
भजन संहिता 42:4
मैं भीड़ के संग जाया करता था, मैं जयजयकार और धन्यवाद के साथ उत्सव करने वाली भीड़ के बीच में परमेश्वर के भवन को धीरे धीरे जाया करता था; यह स्मरण करके मेरा प्राण शोकित हो जाता है।
भजन संहिता 63:3
क्योंकि तेरी करूणा जीवन से भी उत्तम है मैं तेरी प्रशंसा करूंगा।
भजन संहिता 122:1
जब लोगों ने मुझ से कहा, कि हम यहोवा के भवन को चलें, तब मैं आनन्दित हुआ।
प्रकाशित वाक्य 5:9
और वे यह नया गीत गाने लगे, कि तू इस पुस्तक के लेने, और उसकी मुहरें खोलने के योग्य है; क्योंकि तू ने वध हो कर अपने लोहू से हर एक कुल, और भाषा, और लोग, और जाति में से परमेश्वर के लिये लोगों को मोल लिया है।
प्रकाशित वाक्य 19:1
इस के बाद मैं ने स्वर्ग में मानो बड़ी भीड़ को ऊंचे शब्द से यह कहते सुना, कि हल्लिलूय्याह! उद्धार, और महिमा, और सामर्थ हमारे परमेश्वर ही की है।