नीतिवचन 1:24 in Hindi

हिंदी हिंदी बाइबिल नीतिवचन नीतिवचन 1 नीतिवचन 1:24

Proverbs 1:24
मैं ने तो पुकारा परन्तु तुम ने इनकार किया, और मैं ने हाथ फैलाया, परन्तु किसी ने ध्यान न दिया,

Proverbs 1:23Proverbs 1Proverbs 1:25

Proverbs 1:24 in Other Translations

King James Version (KJV)
Because I have called, and ye refused; I have stretched out my hand, and no man regarded;

American Standard Version (ASV)
Because I have called, and ye have refused; I have stretched out my hand, and no man hath regarded;

Bible in Basic English (BBE)
Because your ears were shut to my voice; no one gave attention to my out-stretched hand;

Darby English Bible (DBY)
Because I have called, and ye refused; I have stretched out my hand, and no one regarded;

World English Bible (WEB)
Because I have called, and you have refused; I have stretched out my hand, and no one has paid attention;

Young's Literal Translation (YLT)
Because I have called, and ye refuse, I stretched out my hand, and none is attending,

Because
יַ֣עַןyaʿanYA-an
I
have
called,
קָ֭רָאתִיqārāʾtîKA-ra-tee
and
ye
refused;
וַתְּמָאֵ֑נוּwattĕmāʾēnûva-teh-ma-A-noo
out
stretched
have
I
נָטִ֥יתִיnāṭîtîna-TEE-tee
my
hand,
יָ֝דִ֗יyādîYA-DEE
and
no
man
וְאֵ֣יןwĕʾênveh-ANE
regarded;
מַקְשִֽׁיב׃maqšîbmahk-SHEEV

Cross Reference

रोमियो 10:21
परन्तु इस्त्राएल के विषय में वह यह कहता है कि मैं सारे दिन अपने हाथ एक आज्ञा न मानने वाली और विवाद करने वाली प्रजा की ओर पसारे रहा॥

यिर्मयाह 7:13
अब यहोवा की यह वाणी है, कि तुम जो ये सब काम करते आए हो, और यद्यपि मैं तुम से बड़े यत्न से बातें करता रहा हूँ, तौभी तुम ने नहीं सुना, और तुम्हें बुलाता आया परन्तु तुम नहीं बोले,

यशायाह 66:4
इसलिये मैं भी उनके लिये दु:ख की बातें निकालूंगा, और जिन बातों से वे डरते हैं उन्हीं को उन पर लाऊंगा; क्योंकि जब मैं ने उन्हें बुलाया, तब कोई न बोला, और जब मैं ने उन से बातें की, तब उन्होंने मेरी न सुनी; परन्तु जो मेरी दृष्टि में बुरा था वही वे करते रहे, और जिस से मैं अप्रसन्न होता था उसी को उन्होंने अपनाया॥ तुम जो यहोवा का वचन सुनकर थरथराते हो यहोवा का यह वचन सुनो:

यशायाह 65:12
मैं तुम्हें गिन गिनकर तलवार का कौर बनाऊंगा, और तुम सब घात होने के लिये झुकोगे; क्योंकि, जब मैं ने तुम्हें बुलाया तुम ने उत्तर न दिया, जब मैं बोला, तब तुम ने मेरी न सुनी; वरन जो मुझे बुरा लगता है वही तुम ने नित किया, और जिस से मैं अप्रसन्न होता हूं, उसी को तुम ने अपनाया॥

यहेजकेल 8:18
इसलिये मैं भी जलजलाहट के साथ काम करूंगा, न मैं दया करूंगा और न मैं कोमलता करूंगा; और चाहे वे मेरे कानों में ऊंचे शब्द से पुकारें, तौभी मैं उनकी बात न सुनूंगा।

इब्रानियों 12:25
सावधान रहो, और उस कहने वाले से मुंह न फेरो, क्योंकि वे लोग जब पृथ्वी पर के चितावनी देने वाले से मुंह मोड़ कर न बच सके, तो हम स्वर्ग पर से चितावनी करने वाले से मुंह मोड़ कर क्योंकर बच सकेंगे?

प्रेरितों के काम 4:30
और चंगा करने के लिये तू अपना हाथ बढ़ा; कि चिन्ह और अद्भुत काम तेरे पवित्र सेवक यीशु के नाम से किए जाएं।

मत्ती 23:37
हे यरूशलेम, हे यरूशलेम; तू जो भविष्यद्वक्ताओं को मार डालता है, और जो तेरे पास भेजे गए, उन्हें पत्थरवाह करता है, कितनी ही बार मैं ने चाहा कि जैसे मुर्गी अपने बच्चों को अपने पंखों के नीचे इकट्ठे करती है, वैसे ही मैं भी तेरे बालकों को इकट्ठे कर लूं, परन्तु तुम ने न चाहा।

मत्ती 22:5
परन्तु वे बेपरवाई करके चल दिए: कोई अपने खेत को, कोई अपने व्यापार को।

जकर्याह 7:11
परन्तु उन्होंने चित्त लगाना न चाहा, और हठ किया, और अपने कानों को मूंद लिया ताकि सुन न सकें।

यशायाह 50:2
इसका क्या कारण है कि जब मैं आया तब कोई न मिला? और जब मैं ने पुकारा, तब कोई न बोला? क्या मेरा हाथ ऐसा छोटा हो गया है कि छुड़ा नहीं सकता? क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं? देखो, मैं एक धमकी से समुद्र को सुखा देता हूं, मैं महानदों को रेगिस्तान बना देता हूं, उनकी मछलियां जल बिना मर जाती और बसाती हैं।

भजन संहिता 31:20
तू उन्हें दर्शन देने के गुप्त स्थान में मनुष्यों की बुरी गोष्ठी से गुप्त रखेगा; तू उन को अपने मण्डप में झगड़े-रगड़े से छिपा रखेगा॥