Jeremiah 2:36
तू क्यों नया मार्ग पकड़ने के लिये इतनी डांवाडोल फिरती है? जैसे अश्शूरियों से तू लज्जित हुई वैसे ही मिस्रियों से भी होगी।
Jeremiah 2:36 in Other Translations
King James Version (KJV)
Why gaddest thou about so much to change thy way? thou also shalt be ashamed of Egypt, as thou wast ashamed of Assyria.
American Standard Version (ASV)
Why gaddest thou about so much to change thy way? thou shalt be ashamed of Egypt also, as thou wast ashamed of Assyria.
Bible in Basic English (BBE)
Why do you go about so much for the purpose of changing your way? you will be shamed on account of Egypt, as you were shamed on account of Assyria.
Darby English Bible (DBY)
Why dost thou gad about so much, and change thy way? Thou shalt also be brought to shame by Egypt, as thou wast brought to shame by Assyria.
World English Bible (WEB)
Why go you about so much to change your way? you shall be ashamed of Egypt also, as you were ashamed of Assyria.
Young's Literal Translation (YLT)
What? thou art very vile to repeat thy way, Even of Egypt thou art ashamed, As thou hast been ashamed of Asshur,
| Why | מַה | ma | ma |
| gaddest thou about | תֵּזְלִ֥י | tēzĕlî | tay-zeh-LEE |
| so much | מְאֹ֖ד | mĕʾōd | meh-ODE |
| change to | לְשַׁנּ֣וֹת | lĕšannôt | leh-SHA-note |
| אֶת | ʾet | et | |
| thy way? | דַּרְכֵּ֑ךְ | darkēk | dahr-KAKE |
| also thou | גַּ֤ם | gam | ɡahm |
| shalt be ashamed | מִמִּצְרַ֙יִם֙ | mimmiṣrayim | mee-meets-RA-YEEM |
| of Egypt, | תֵּבֹ֔שִׁי | tēbōšî | tay-VOH-shee |
| as | כַּאֲשֶׁר | kaʾăšer | ka-uh-SHER |
| thou wast ashamed | בֹּ֖שְׁתְּ | bōšĕt | BOH-shet |
| of Assyria. | מֵאַשּֽׁוּר׃ | mēʾaššûr | may-ah-shoor |
Cross Reference
यिर्मयाह 31:22
हे भटकने वाली कन्या, तू कब तक इधर उधर फिरती रहेगी? यहोवा की एक नई सृष्टि पृथ्वी पर प्रगट होगी, अर्थात नारी पुरुष की सहायता करेगी।
होशे 5:13
जब एप्रैम ने अपना रोग और यहूदा ने अपना घाव देखा, तब एप्रैम अश्शूर के पास गया, और यारेब के राजा को कहला भेजा। परन्तु ना वह तुम्हें चंगा कर सकता और ना तुम्हारा घाव अच्छा कर सकता है।
होशे 12:1
एप्रैम पानी पीटता और पुरवाई का पीछा करता रहता है; वह लगातार झूठ और उत्पात को बढ़ाता रहता है; वे अश्शूर के साथ वाचा बान्धते और मिस्र में तेल भेजते हैं।
यिर्मयाह 2:23
तू क्योंकर कह सकती है कि मैं अशुद्ध नहीं, मैं बाल देवताओं के पीछे नहीं चली? तराई में की अपनी चाल देख और जान ले कि तू ने क्या किया है? तू वेग से चलने वाली और इधर उधर फिरने वाली सांड़नी है,
2 इतिहास 28:20
तब अश्शूर का राजा तिलगतपिलनेसेर उसके विरुद्ध आया, और उसको कष्ट दिया; दृढ़ नहीं किया।
2 इतिहास 28:16
उस समय राजा आहाज ने अश्शूर के राजाओं के पास दूत भेज कर सहायता मांगी।
होशे 14:3
अश्शूर हमारा उद्धार न करेगा, हम घोड़ों पर सवार न होंगे; और न हम फिर अपनी बनाई हुई वस्तुओं से कहेंगे, तुम हमारे ईश्वर हो; क्योंकि अनाथ पर तू ही दया करता है॥
होशे 10:6
वह यारेब राजा की भेंट ठहरने के लिये अश्शूर देश में पहुंचाया जएगा। एप्रैम लज्जित होगा, और इस्राएल भी अपनी युक्ति से लजाएगा॥
होशे 7:11
एप्रैम एक भोली पण्डुकी के समान हो गया है जिस के कुछ बुद्धि नहीं; वे मिस्रियों की दोहाई देते, और अश्शूर को चले जाते हैं।
यहेजकेल 29:7
जब उन्होंने तुझ पर हाथ का बल दिया तब तू टूट गया और उनके पखौड़े उखड़ ही गए; और जब उन्होंने तुझ पर टेक लगाई, तब तू टूट गया, और उनकी कमर की सारी नसें चढ़ गई।
विलापगीत 5:6
हम स्वयं मिस्र के आधीन हो गए, और अश्शूर के भी, ताकि पेट भर सकें।
विलापगीत 4:17
हमारी आंखें व्यर्थ ही सहायता की बाट जोहते जोहते रह गई हैं, हम लगातार एक ऐसी जाति की ओर ताकते रहे जो बचा नहीं सकी।
यिर्मयाह 37:7
इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यों कहता है, यहुदा के जिस राजा ने तुम को प्रार्थना करने के लिये मेरे पास भेजा है, उस से यों कहो, कि देख, फिरौन की जो सेना तुम्हारी सहायता के लिये निकली है वह अपने देश मिस्र में लौट जाएगी।
यिर्मयाह 2:33
प्रेम लगाने के लिये तू कैसी सुन्दर चाल चलती है! बुरी स्त्रियों को भी तू ने अपनी सी चाल सिखाई है।
यिर्मयाह 2:18
और अब तुझे मिस्र के मार्ग से क्या लाभ है कि तू सीहोर का जल पीए? अथवा अश्शूर के मार्ग से भी तुझे क्या लाभ कि तू महानद का जल पीए?
यशायाह 31:1
हाय उन पर जो सहायता पाने के लिये मिस्र को जाते हैं और घोड़ों का आसरा करते हैं; जो रथों पर भरोसा रखते क्योंकि वे बहुत हैं, और सवारों पर, क्योंकि वे अति बलवान हैं, पर इस्राएल के पवित्र की ओर दृष्टि नहीं करते और न यहोवा की खोज करते हैं!
यशायाह 30:1
यहोवा की यह वाणी है, हाय उन बलवा करने वाले लड़कों पर जो युक्ति तो करते परन्तु मेरी ओर से नहीं; वाचा तो बान्धते परन्तु मेरे आत्मा के सिखाये नहीं; और इस प्रकार पाप पर पाप बढ़ाते हैं।
यशायाह 20:5
तब वे कूश के कारण जिस पर उनकी आशा थी, और मिस्र के हेतु जिस पर वे फूलते थे व्याकुल और लज्जित हो जाएंगे।