Genesis 32:10
तू ने जो जो काम अपनी करूणा और सच्चाई से अपने दास के साथ किए हैं, कि मैं जो अपनी छड़ी ही ले कर इस यरदन नदी के पार उतर आया, सो अब मेरे दो दल हो गए हैं, तेरे ऐसे ऐसे कामों में से मैं एक के भी योग्य तो नहीं हूं।
Genesis 32:10 in Other Translations
King James Version (KJV)
I am not worthy of the least of all the mercies, and of all the truth, which thou hast showed unto thy servant; for with my staff I passed over this Jordan; and now I am become two bands.
American Standard Version (ASV)
I am not worthy of the least of all the lovingkindnesses, and of all the truth, which thou hast showed unto thy servant; for with my staff I passed over this Jordan; and now I am become two companies.
Bible in Basic English (BBE)
I am less than nothing in comparison with all your mercies and your faith to me your servant; for with only my stick in my hand I went across Jordan, and now I have become two armies.
Darby English Bible (DBY)
-- I am too small for all the loving-kindness and all the faithfulness that thou hast shewn unto thy servant; for with my staff I passed over this Jordan, and now I am become two troops.
Webster's Bible (WBT)
I am not worthy of the least of all the mercies, and of all the truth, which thou hast shown to thy servant: for with my staff I passed over this Jordan, and now I am become two bands.
World English Bible (WEB)
I am not worthy of the least of all the loving kindnesses, and of all the truth, which you have shown to your servant; for with just my staff I passed over this Jordan; and now I have become two companies.
Young's Literal Translation (YLT)
I have been unworthy of all the kind acts, and of all the truth which Thou hast done with thy servant -- for, with my staff I passed over this Jordan, and now I have become two camps.
| I least the of worthy not am | קָטֹ֜נְתִּי | qāṭōnĕttî | ka-TOH-neh-tee |
| of all | מִכֹּ֤ל | mikkōl | mee-KOLE |
| mercies, the | הַֽחֲסָדִים֙ | haḥăsādîm | ha-huh-sa-DEEM |
| and of all | וּמִכָּל | ûmikkāl | oo-mee-KAHL |
| truth, the | הָ֣אֱמֶ֔ת | hāʾĕmet | HA-ay-MET |
| which | אֲשֶׁ֥ר | ʾăšer | uh-SHER |
| thou hast shewed | עָשִׂ֖יתָ | ʿāśîtā | ah-SEE-ta |
unto | אֶת | ʾet | et |
| thy servant; | עַבְדֶּ֑ךָ | ʿabdekā | av-DEH-ha |
| for | כִּ֣י | kî | kee |
| staff my with | בְמַקְלִ֗י | bĕmaqlî | veh-mahk-LEE |
| I passed over | עָבַ֙רְתִּי֙ | ʿābartiy | ah-VAHR-TEE |
| אֶת | ʾet | et | |
| this | הַיַּרְדֵּ֣ן | hayyardēn | ha-yahr-DANE |
| Jordan; | הַזֶּ֔ה | hazze | ha-ZEH |
| and now | וְעַתָּ֥ה | wĕʿattâ | veh-ah-TA |
| I am become | הָיִ֖יתִי | hāyîtî | ha-YEE-tee |
| two | לִשְׁנֵ֥י | lišnê | leesh-NAY |
| bands. | מַֽחֲנֽוֹת׃ | maḥănôt | MA-huh-NOTE |
Cross Reference
उत्पत्ति 24:27
धन्य है मेरे स्वामी इब्राहीम का परमेश्वर यहोवा, कि उसने अपनी करूणा और सच्चाई को मेरे स्वामी पर से हटा नहीं लिया: यहोवा ने मुझ को ठीक मार्ग पर चला कर मेरे स्वामी के भाई बन्धुओं के घर पर पहुचा दिया है।
भजन संहिता 18:35
तू ने मुझ को अपने बचाव की ढाल दी है, तू अपने दाहिने हाथ से मुझे सम्भाले हुए है, और मेरी नम्रता ने महत्व दिया है।
1 तीमुथियुस 1:12
और मैं, अपने प्रभु मसीह यीशु का, जिस ने मुझे सामर्थ दी है, धन्यवाद करता हूं; कि उस ने मुझे विश्वास योग्य समझकर अपनी सेवा के लिये ठहराया।
2 शमूएल 7:18
तब दाऊद राजा भीतर जा कर यहोवा के सम्मुख बैठा, और कहने लगा, हे प्रभु यहोवा, क्या कहूं, और मेरा घराना क्या है, कि तू ने मुझे यहां तक पहुंचा दिया है?
यशायाह 6:5
तब मैं ने कहा, हाय! हाय! मैं नाश हूआ; क्योंकि मैं अशुद्ध होंठ वाला मनुष्य हूं, और अशुद्ध होंठ वाले मनुष्यों के बीच में रहता हूं; क्योंकि मैं ने सेनाओं के यहोवा महाराजाधिराज को अपनी आंखों से देखा है!
यशायाह 63:7
जितना उपकार यहोवा ने हम लोगों का किया अर्थात इस्राएल के घराने पर दया और अत्यन्त करूणा कर के उसने हम से जितनी भलाई, कि उस सब के अनुसार मैं यहोवा के करूणामय कामों का वर्णन और उसका गुणानुवाद करूंगा।
दानिय्येल 9:8
हे यहोवा हम लोगों ने अपने राजाओं, हाकिमों और पूर्वजों समेत तेरे विरुद्ध पाप किया है, इस कारण हम को लज्जित होना पड़ता है।
मीका 7:20
तू याकूब के विषय में वह सच्चई, और इब्राहीम के विषय में वह करूणा पूरी करेगा, जिस की शपथ तू प्राचीनकाल के दिनों से ले कर अब तक हमारे पितरों से खाता आया है॥
लूका 5:8
यह देखकर शमौन पतरस यीशु के पांवों पर गिरा, और कहा; हे प्रभु, मेरे पास से जा, क्योंकि मैं पापी मनुष्य हूं।
लूका 17:10
इसी रीति से तुम भी, जब उन सब कामों को कर चुको जिस की आज्ञा तुम्हें दी गई थी, तो कहा, हम निकम्मे दास हैं; कि जो हमें करना चाहिए था वही किया है॥
2 कुरिन्थियों 12:11
मैं मूर्ख तो बना, परन्तु तुम ही ने मुझ से यह बरबस करवाया: तुम्हें तो मेरी प्रशंसा करनी चाहिए थी, क्योंकि यद्यपि मैं कुछ भी नहीं, तौभी उन बड़े से बड़े प्रेरितों से किसी बात में कम नहीं हूं।
1 पतरस 5:5
हे नवयुवकों, तुम भी प्राचीनों के आधीन रहो, वरन तुम सब के सब एक दूसरे की सेवा के लिये दीनता से कमर बान्धे रहो, क्योंकि परमेश्वर अभिमानियों का साम्हना करता है, परन्तु दीनों पर अनुग्रह करता है।
1 यूहन्ना 1:8
यदि हम कहें, कि हम में कुछ भी पाप नहीं, तो अपने आप को धोखा देते हैं: और हम में सत्य नहीं।
नीतिवचन 4:18
परन्तु धर्मियों की चाल उस चमकती हुई ज्योति के समान है, जिसका प्रकाश दोपहर तक अधिक अधिक बढ़ता रहता है।
भजन संहिता 85:10
करूणा और सच्चाई आपस में मिल गई हैं; धर्म और मेल ने आपस में चुम्बन किया है।
भजन संहिता 84:7
वे बल पर बल पाते जाते हैं; उन में से हर एक जन सिय्योन में परमेश्वर को अपना मुंह दिखाएगा॥
उत्पत्ति 28:10
सो याकूब बेर्शेबा से निकल कर हारान की ओर चला।
उत्पत्ति 28:15
और सुन, मैं तेरे संग रहूंगा, और जहां कहीं तू जाए वहां तेरी रक्षा करूंगा, और तुझे इस देश में लौटा ले आऊंगा: मैं अपने कहे हुए को जब तक पूरा न कर लूं तब तक तुझ को न छोडूंगा।
उत्पत्ति 30:43
सो वह पुरूष अत्यन्त धनाढय हो गया, और उसके बहुत सी भेड़-बकरियां, और लौंडियां और दास और ऊंट और गदहे हो गए॥
उत्पत्ति 32:5
और मेरे पास गाय-बैल, गदहे, भेड़-बकरियां, और दास-दासियां है: सो मैं ने अपने प्रभु के पास इसलिये संदेशा भेजा है, कि तेरी अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर हो।
उत्पत्ति 32:7
तब याकूब निपट डर गया, और संकट में पड़ा: और यह सोच कर, अपने संग वालों के, और भेड़-बकरियों, और गाय-बैलों, और ऊंटो के भी अलग अलग दो दल कर लिये,
व्यवस्थाविवरण 8:18
परन्तु तू अपने परमेश्वर यहोवा को स्मरण रखना, क्योंकि वही है जो तुझे सम्पति प्राप्त करने का सामर्थ्य इसलिये देता है, कि जो वाचा उसने तेरे पूर्वजों से शपथ खाकर बान्धी थी उसको पूरा करे, जैसा आज प्रगट है।
अय्यूब 8:7
चाहे तेरा भाग पहिले छोटा ही रहा हो परन्तु अन्त में तेरी बहुत बढती होती।
अय्यूब 17:9
तौभी धमीं लोग अपना मार्ग पकड़े रहेंगे, और शुद्ध काम करने वाले सामर्थ्य पर सामर्थ्य पाते जाएंगे।
अय्यूब 42:5
मैं कानों से तेरा समाचार सुना था, परन्तु अब मेरी आंखें तुझे देखती हैं;
भजन संहिता 8:5
क्योंकि तू ने उसको परमेश्वर से थोड़ा ही कम बनाया है, और महिमा और प्रताप का मुकुट उसके सिर पर रखा है।
भजन संहिता 16:2
मैं ने परमेश्वर से कहा है, कि तू ही मेरा प्रभु है; तेरे सिवाए मेरी भलाई कहीं नहीं।
भजन संहिता 61:7
वह परमेश्वर के सम्मुख सदा बना रहेगा; तू अपनी करूणा और सच्चाई को उसकी रक्षा के लिये ठहरा रख।
उत्पत्ति 18:27
फिर इब्राहीम ने कहा, हे प्रभु, सुन मैं तो मिट्टी और राख हूं; तौभी मैं ने इतनी ढिठाई की कि तुझ से बातें करूं।