2 Timothy 1:6
इसी कारण मैं तुझे सुधि दिलाता हूं, कि तू परमेश्वर के उस वरदान को जो मेरे हाथ रखने के द्वारा तुझे मिला है चमका दे।
2 Timothy 1:6 in Other Translations
King James Version (KJV)
Wherefore I put thee in remembrance that thou stir up the gift of God, which is in thee by the putting on of my hands.
American Standard Version (ASV)
For which cause I put thee in remembrance that thou stir up the gift of God, which is in thee through the laying on of my hands.
Bible in Basic English (BBE)
For this reason I say to you, Let that grace of God which is in you, given to you by my hands, have living power.
Darby English Bible (DBY)
For which cause I put thee in mind to rekindle the gift of God which is in thee by the putting on of my hands.
World English Bible (WEB)
For this cause, I remind you that you should stir up the gift of God which is in you through the laying on of my hands.
Young's Literal Translation (YLT)
For which cause I remind thee to stir up the gift of God that is in thee through the putting on of my hands,
| Wherefore | δι' | di | thee |
| ἣν | hēn | ane | |
| remembrance in I | αἰτίαν | aitian | ay-TEE-an |
| put | ἀναμιμνῄσκω | anamimnēskō | ah-na-meem-NAY-skoh |
| thee | σε | se | say |
| up stir thou that | ἀναζωπυρεῖν | anazōpyrein | ah-na-zoh-pyoo-REEN |
| the | τὸ | to | toh |
| gift | χάρισμα | charisma | HA-ree-sma |
of | τοῦ | tou | too |
| God, | θεοῦ | theou | thay-OO |
| which | ὅ | ho | oh |
| is | ἐστιν | estin | ay-steen |
| in | ἐν | en | ane |
| thee | σοὶ | soi | soo |
| by | διὰ | dia | thee-AH |
| the | τῆς | tēs | tase |
| putting on | ἐπιθέσεως | epitheseōs | ay-pee-THAY-say-ose |
| of my | τῶν | tōn | tone |
| χειρῶν | cheirōn | hee-RONE | |
| hands. | μου | mou | moo |
Cross Reference
1 तीमुथियुस 4:14
उस वरदान से जो तुझ में है, और भविष्यद्वाणी के द्वारा प्राचीनों के हाथ रखते समय तुझे मिला था, निश्चिन्त न रह।
1 पतरस 4:10
जिस को जो वरदान मिला है, वह उसे परमेश्वर के नाना प्रकार के अनुग्रह के भले भण्डारियों की नाईं एक दूसरे की सेवा में लगाए।
2 पतरस 3:1
हे प्रियो, अब मैं तुम्हें यह दूसरी पत्री लिखता हूं, और दोनों में सुधि दिला कर तुम्हारे शुद्ध मन को उभारता हूं।
1 थिस्सलुनीकियों 5:19
आत्मा को न बुझाओ।
2 तीमुथियुस 4:2
कि तू वचन को प्रचार कर; समय और असमय तैयार रह, सब प्रकार की सहनशीलता, और शिक्षा के साथ उलाहना दे, और डांट, और समझा।
रोमियो 12:6
और जब कि उस अनुग्रह के अनुसार जो हमें दिया गया है, हमें भिन्न भिन्न वरदान मिले हैं, तो जिस को भविष्यद्वाणी का दान मिला हो, वह विश्वास के परिमाण के अनुसार भविष्यद्वाणी करे।
1 तीमुथियुस 4:6
यदि तू भाइयों को इन बातों की सुधि दिलाता रहेगा, तो मसीह यीशु का अच्छा सेवक ठहरेगा: और विश्वास और उस अच्छे उपदेश की बातों से, जा तू मानता आया है, तेरा पालन-पोषण होता रहेगा।
निर्गमन 36:2
तब मूसा ने बसलेल और ओहोलीआब और सब बुद्धिमानों को जिनके हृदय में यहोवा ने बुद्धि का प्रकाश दिया था, अर्थात जिस जिस को पास आकर काम करने का उत्साह हुआ था उन सभों को बुलवाया।
निर्गमन 35:26
और जितनी स्त्रियों के मन में ऐसी बुद्धि का प्रकाश था उन्हो ने बकरी के बाल भी काते।
यहूदा 1:5
पर यद्यपि तुम सब बात एक बार जान चुके हो, तौभी मैं तुम्हें इस बात की सुधि दिलाना चाहता हूं, कि प्रभु ने एक कुल को मिस्र देश से छुड़ाने के बाद विश्वास न लाने वालों को नाश कर दिया।
2 पतरस 1:12
इसलिये यद्यपि तुम ये बातें जानते हो, और जो सत्य वचन तुम्हें मिला है, उस में बने रहते हो, तौभी मैं तुम्हें इन बातों की सुधि दिलाने को सर्वदा तैयार रहूंगा।
2 तीमुथियुस 2:14
इन बातों की सुधि उन्हें दिला, और प्रभु के साम्हने चिता दे, कि शब्दों पर तर्क-वितर्क न किया करें, जिन से कुछ लाभ नहीं होता; वरन सुनने वाले बिगड़ जाते हैं।
प्रेरितों के काम 19:6
और जब पौलुस ने उन पर हाथ रखे, तो उन पर पवित्र आत्मा उतरा, और वे भिन्न भिन्न भाषा बोलने और भविष्यद्ववाणी करने लगे।
प्रेरितों के काम 8:17
तब उन्हों ने उन पर हाथ रखे और उन्होंने पवित्र आत्मा पाया।
मत्ती 25:15
उस ने एक को पांच तोड़, दूसरे को दो, और तीसरे को एक; अर्थात हर एक को उस की सामर्थ के अनुसार दिया, और तब पर देश चला गया।
इब्रानियों 6:2
और बपतिस्मों और हाथ रखने, और मरे हुओं के जी उठने, और अन्तिम न्याय की शिक्षारूपी नेव, फिर से न डालें।
लूका 19:13
और उस ने अपने दासों में से दस को बुलाकर उन्हें दस मुहरें दीं, और उन से कहा, मेरे लौट आने तक लेन-देन करना।
यशायाह 43:26
मुझे स्मरण करो, हम आपस में विवाद करें; तू अपनी बात का वर्णन कर जिस से तू निर्दोष ठहरे।