2 Timothy 1:16
उनेसिफुरूस के घराने पर प्रभु दया करे, क्योंकि उस ने बहुत बार मेरे जी को ठंडा किया, और मेरी जंजीरों से लज्ज़ित न हुआ।
2 Timothy 1:16 in Other Translations
King James Version (KJV)
The Lord give mercy unto the house of Onesiphorus; for he oft refreshed me, and was not ashamed of my chain:
American Standard Version (ASV)
The Lord grant mercy unto the house of Onesiphorus: for he oft refreshed me, and was not ashamed of my chain;
Bible in Basic English (BBE)
May the Lord give mercy to the house of Onesiphorus because he frequently gave me help, and had no feeling of shame because I was in chains;
Darby English Bible (DBY)
The Lord grant mercy to the house of Onesiphorus, for he has often refreshed me, and has not been ashamed of my chain;
World English Bible (WEB)
May the Lord grant mercy to the house of Onesiphorus, for he often refreshed me, and was not ashamed of my chain,
Young's Literal Translation (YLT)
may the Lord give kindness to the house of Onesiphorus, because many times he did refresh me, and of my chain was not ashamed,
| The | δῴη | dōē | THOH-ay |
| Lord | ἔλεος | eleos | A-lay-ose |
| give | ὁ | ho | oh |
| mercy | κύριος | kyrios | KYOO-ree-ose |
| the unto | τῷ | tō | toh |
| house | Ὀνησιφόρου | onēsiphorou | oh-nay-see-FOH-roo |
| of Onesiphorus; | οἴκῳ | oikō | OO-koh |
| for | ὅτι | hoti | OH-tee |
| oft he | πολλάκις | pollakis | pole-LA-kees |
| refreshed | με | me | may |
| me, | ἀνέψυξεν | anepsyxen | ah-NAY-psyoo-ksane |
| and | καὶ | kai | kay |
| not was | τὴν | tēn | tane |
| ashamed | ἅλυσίν | halysin | A-lyoo-SEEN |
| of my | μου | mou | moo |
| οὐκ | ouk | ook | |
| chain: | ἐπῆσχύνθη, | epēschynthē | ape-A-SKYOON-thay |
Cross Reference
2 तीमुथियुस 4:19
प्रिसका और अक्विला को, और उनेसिफुरूस के घराने को नमस्कार।
फिलेमोन 1:20
हे भाई यह आनन्द मुझे प्रभु में तेरी ओर से मिले: मसीह में मेरे जी को हरा भरा कर दे।
फिलेमोन 1:7
क्योंकि हे भाई, मुझे तेरे प्रेम से बहुत आनन्द और शान्ति मिली, इसलिये, कि तेरे द्वारा पवित्र लोगों के मन हरे भरे हो गए हैं॥
इफिसियों 6:20
और यह भी कि मैं उस के विषय में जैसा मुझे चाहिए हियाव से बोलूं॥
प्रेरितों के काम 28:20
इसलिये मैं ने तुम को बुलाया है, कि तुम से मिलूं और बातचीत करूं; क्योंकि इस्त्राएल की आशा के लिये मैं इस जंजीर से जकड़ा हुआ हूं।
2 तीमुथियुस 1:8
इसलिये हमारे प्रभु की गवाही से, और मुझ से जो उसका कैदी हूं, लज्ज़ित न हो, पर उस परमेश्वर की सामर्थ के अनुसार सुसमाचार के लिये मेरे साथ दुख उठा।
2 तीमुथियुस 1:18
(प्रभु करे, कि उस दिन उस पर प्रभु की दया हो)। और जो जो सेवा उस ने इफिसुस में की है उन्हें भी तू भली भांति जानता है॥
इब्रानियों 6:10
क्योंकि परमेश्वर अन्यायी नहीं, कि तुम्हारे काम, और उस प्रेम को भूल जाए, जो तुम ने उसके नाम के लिये इस रीति से दिखाया, कि पवित्र लोगों की सेवा की, और कर भी रहे हो।
इब्रानियों 10:34
क्योंकि तुम कैदियों के दुख में भी दुखी हुए, और अपनी संपत्ति भी आनन्द से लुटने दी; यह जान कर, कि तुम्हारे पास एक और भी उत्तम और सर्वदा ठहरने वाली संपत्ति है।
2 कुरिन्थियों 9:12
क्योंकि इस सेवा के पूरा करने से, न केवल पवित्र लोगों की घटियां पूरी होती हैं, परन्तु लोगों की ओर से परमेश्वर का बहुत धन्यवाद होता है।
1 कुरिन्थियों 16:18
और उन्होंने मेरी और तुम्हारी आत्मा को चैन दिया है इसलिये ऐसों को मानो॥
नहेमायाह 13:14
हे मेरे परमेश्वर! मेरा यह काम मेरे हित के लिये स्मरण रख, और जो जो सुकर्म मैं ने अपने परमेश्वर के भवन और उस में की आराधना के विषय किए हैं उन्हे मिटा न डाल।
नहेमायाह 13:22
तब मैं ने लेवियों को आज्ञा दी, कि अपने अपने को शुद्ध कर के फाटकों की रखवाली करने के लिये आया करो, ताकि विश्रामदिन पवित्र माना जाए। हे मेरे परमेश्वर! मेरे हित के लिये यह भी स्मरण रख और अपनी बड़ी करुणा के अनुसार मुझ पर तरस खा।
नहेमायाह 13:31
फिर मैं ने लकड़ी की भेंट ले आने के विशेष समय ठहरा दिए, और पहिली पहिली उपज के देने का प्रबन्ध भी किया। हे मेरे परमेश्वर! मेरे हित के लिये मुझे स्मरण कर।
भजन संहिता 18:25
दयावन्त के साथ तू अपने को दयावन्त दिखाता; और खरे पुरूष के साथ तू अपने को खरा दिखाता है।
भजन संहिता 37:26
वह तो दिन भर अनुग्रह कर करके ऋण देता है, और उसके वंश पर आशीष फलती रहती है॥
मत्ती 5:7
धन्य हैं वे, जो दयावन्त हैं, क्योंकि उन पर दया की जाएगी।
मत्ती 10:41
जो भविष्यद्वक्ता को भविष्यद्वक्ता जानकर ग्रहण करे, वह भविष्यद्वक्ता का बदला पाएगा; और जो धर्मी जानकर धर्मी को ग्रहण करे, वह धर्मी का बदला पाएगा।
मत्ती 25:35
क्योंकि मैं भूखा था, और तुम ने मुझे खाने को दिया; मैं प्यासा था, और तुम ने मुझे पानी पिलाया, मैं पर देशी था, तुम ने मुझे अपने घर में ठहराया।
नहेमायाह 5:19
क्योंकि काम का भार प्रजा पर भारी था। हे मेरे परमेश्वर! जो कुछ मैं ने इस प्रजा के लिये किया है, उसे तू मेरे हित के लिये स्मरण रख।