2 शमूएल 7:6
जिस दिन से मैं इस्रालिएयों को मिस्र से निकाल लाया आज के दिन तक मैं कभी घर में नहीं रहा, तम्बू के निवास में आया जाया करता हूँ।
Whereas | כִּ֣י | kî | kee |
I have not | לֹ֤א | lōʾ | loh |
dwelt | יָשַׁ֙בְתִּי֙ | yāšabtiy | ya-SHAHV-TEE |
in any house | בְּבַ֔יִת | bĕbayit | beh-VA-yeet |
time the since | לְ֠מִיּוֹם | lĕmiyyôm | LEH-mee-yome |
that I brought up | הַֽעֲלֹתִ֞י | haʿălōtî | ha-uh-loh-TEE |
אֶת | ʾet | et | |
the children | בְּנֵ֤י | bĕnê | beh-NAY |
Israel of | יִשְׂרָאֵל֙ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
out of Egypt, | מִמִּצְרַ֔יִם | mimmiṣrayim | mee-meets-RA-yeem |
even to | וְעַ֖ד | wĕʿad | veh-AD |
this | הַיּ֣וֹם | hayyôm | HA-yome |
day, | הַזֶּ֑ה | hazze | ha-ZEH |
have but | וָאֶֽהְיֶה֙ | wāʾehĕyeh | va-eh-heh-YEH |
walked | מִתְהַלֵּ֔ךְ | mithallēk | meet-ha-LAKE |
in a tent | בְּאֹ֖הֶל | bĕʾōhel | beh-OH-hel |
and in a tabernacle. | וּבְמִשְׁכָּֽן׃ | ûbĕmiškān | oo-veh-meesh-KAHN |