2 शमूएल 5:19
तब दाऊद ने यहावा से पूछा, क्या मैं पलिश्तियों पर चढ़ाई करूं? क्या तू उन्हें मेरे हाथ कर देगा? यहोवा ने दाऊद से कहा, चढ़ाई कर; क्योंकि मैं निश्चय पलिश्तियों को तेरे हाथ कर दूंगा।
Cross Reference
2 शमूएल 18:24
दाऊद तो दो फाटकों के बीच बैठा था, कि पहरुआ जो फाटक की छत से हो कर शहरपनाह पर चढ़ गया था, उसने आंखें उठा कर क्या देखा, कि एक मनुष्य अकेला दौड़ा आता है।
1 शमूएल 29:2
तब पलिश्तियों के सरदार अपने अपने सैकड़ोंऔर हजारों समेत आगे बढ़ गए, और सेना के पीछे पीछे आकीश के साथ दाऊद भी अपने जनों समेत बढ़ गया।
2 शमूएल 18:1
तब दाऊद ने अपने संग के लोगों की गिनती ली, और उन पर सहस्त्रपति और शतपति ठहराए।
यशायाह 28:6
और जो न्याय करने को बैठते हैं उनके लिये न्याय करने वाली आत्मा और जो चढ़ाई करते हुए शत्रुओं को नगर के फाटक से हटा देते हैं, उनके लिये वह बल ठहरेगा॥
And David | וַיִּשְׁאַ֨ל | wayyišʾal | va-yeesh-AL |
inquired | דָּוִ֤ד | dāwid | da-VEED |
of the Lord, | בַּֽיהוָה֙ | bayhwāh | bai-VA |
saying, | לֵאמֹ֔ר | lēʾmōr | lay-MORE |
up go I Shall | הַאֶֽעֱלֶה֙ | haʾeʿĕleh | ha-eh-ay-LEH |
to | אֶל | ʾel | el |
the Philistines? | פְּלִשְׁתִּ֔ים | pĕlištîm | peh-leesh-TEEM |
deliver thou wilt | הֲתִתְּנֵ֖ם | hătittĕnēm | huh-tee-teh-NAME |
hand? mine into them | בְּיָדִ֑י | bĕyādî | beh-ya-DEE |
And the Lord | וַיֹּ֨אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
said | יְהוָ֤ה | yĕhwâ | yeh-VA |
unto | אֶל | ʾel | el |
David, | דָּוִד֙ | dāwid | da-VEED |
Go up: | עֲלֵ֔ה | ʿălē | uh-LAY |
for | כִּֽי | kî | kee |
I will doubtless | נָתֹ֥ן | nātōn | na-TONE |
deliver | אֶתֵּ֛ן | ʾettēn | eh-TANE |
אֶת | ʾet | et | |
Philistines the | הַפְּלִשְׁתִּ֖ים | happĕlištîm | ha-peh-leesh-TEEM |
into thine hand. | בְּיָדֶֽךָ׃ | bĕyādekā | beh-ya-DEH-ha |
Cross Reference
2 शमूएल 18:24
दाऊद तो दो फाटकों के बीच बैठा था, कि पहरुआ जो फाटक की छत से हो कर शहरपनाह पर चढ़ गया था, उसने आंखें उठा कर क्या देखा, कि एक मनुष्य अकेला दौड़ा आता है।
1 शमूएल 29:2
तब पलिश्तियों के सरदार अपने अपने सैकड़ोंऔर हजारों समेत आगे बढ़ गए, और सेना के पीछे पीछे आकीश के साथ दाऊद भी अपने जनों समेत बढ़ गया।
2 शमूएल 18:1
तब दाऊद ने अपने संग के लोगों की गिनती ली, और उन पर सहस्त्रपति और शतपति ठहराए।
यशायाह 28:6
और जो न्याय करने को बैठते हैं उनके लिये न्याय करने वाली आत्मा और जो चढ़ाई करते हुए शत्रुओं को नगर के फाटक से हटा देते हैं, उनके लिये वह बल ठहरेगा॥