2 Kings 21:7
और अशेरा की जो मूरत उसने खुदवाई, उसको उसने उस भवन में स्थापित किया, जिसके विषय यहोवा ने दाऊद और उसके पुत्र सुलैमान से कहा था, कि इस भवन में और यरूशलेम में, जिस को मैं ने इस्राएल के सब गोत्रों में से चुन लिया है, मैं सदैव अपना नाम रखूंगा।
2 Kings 21:7 in Other Translations
King James Version (KJV)
And he set a graven image of the grove that he had made in the house, of which the LORD said to David, and to Solomon his son, In this house, and in Jerusalem, which I have chosen out of all tribes of Israel, will I put my name for ever:
American Standard Version (ASV)
And he set the graven image of Asherah, that he had made, in the house of which Jehovah said to David and to Solomon his son, In this house, and in Jerusalem, which I have chosen out of all the tribes of Israel, will I put my name for ever;
Bible in Basic English (BBE)
He put the image of Asherah which he had made in the house of which the Lord had said to David and to Solomon his son, In this house, and in Jerusalem, the town which I have made mine out of all the tribes of Israel, I will put my name for ever.
Darby English Bible (DBY)
And he set the graven image of the Asherah that he had made, in the house of which Jehovah had said to David and to Solomon his son, In this house, and in Jerusalem, which I have chosen out of all the tribes of Israel, will I put my name for ever;
Webster's Bible (WBT)
And he set a graven image of the grove that he had made in the house, of which the LORD said to David, and to Solomon his son, In this house, and in Jerusalem, which I have chosen out of all tribes of Israel, will I put my name for ever:
World English Bible (WEB)
He set the engraved image of Asherah, that he had made, in the house of which Yahweh said to David and to Solomon his son, In this house, and in Jerusalem, which I have chosen out of all the tribes of Israel, will I put my name forever;
Young's Literal Translation (YLT)
And he setteth the graven image of the shrine that he made in the house of which Jehovah said unto David and unto Solomon his son, `In this house, and in Jerusalem, that I have chosen out of all the tribes of Israel, I put My name -- to the age;
| And he set | וַיָּ֕שֶׂם | wayyāśem | va-YA-sem |
| אֶת | ʾet | et | |
| image graven a | פֶּ֥סֶל | pesel | PEH-sel |
| of the grove | הָֽאֲשֵׁרָ֖ה | hāʾăšērâ | ha-uh-shay-RA |
| that | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
| made had he | עָשָׂ֑ה | ʿāśâ | ah-SA |
| in the house, | בַּבַּ֗יִת | babbayit | ba-BA-yeet |
| of which | אֲשֶׁ֨ר | ʾăšer | uh-SHER |
| Lord the | אָמַ֤ר | ʾāmar | ah-MAHR |
| said | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
| to | אֶל | ʾel | el |
| David, | דָּוִד֙ | dāwid | da-VEED |
| and to | וְאֶל | wĕʾel | veh-EL |
| Solomon | שְׁלֹמֹ֣ה | šĕlōmō | sheh-loh-MOH |
| his son, | בְנ֔וֹ | bĕnô | veh-NOH |
| In this | בַּבַּ֨יִת | babbayit | ba-BA-yeet |
| house, | הַזֶּ֜ה | hazze | ha-ZEH |
| Jerusalem, in and | וּבִירֽוּשָׁלִַ֗ם | ûbîrûšālaim | oo-vee-roo-sha-la-EEM |
| which | אֲשֶׁ֤ר | ʾăšer | uh-SHER |
| I have chosen | בָּחַ֙רְתִּי֙ | bāḥartiy | ba-HAHR-TEE |
| all of out | מִכֹּל֙ | mikkōl | mee-KOLE |
| tribes | שִׁבְטֵ֣י | šibṭê | sheev-TAY |
| of Israel, | יִשְׂרָאֵ֔ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
| put I will | אָשִׂ֥ים | ʾāśîm | ah-SEEM |
| אֶת | ʾet | et | |
| my name | שְׁמִ֖י | šĕmî | sheh-MEE |
| for ever: | לְעוֹלָֽם׃ | lĕʿôlām | leh-oh-LAHM |
Cross Reference
1 राजा 9:3
और यहोवा ने उस से कहा, जो प्रार्थना गिड़गिड़ाहट के साथ तू ने मुझ से की है, उसको मैं ने सुना है, यह जो भवन तू ने बनाया है, उस में मैं ने अपना नाम सदा के लिये रख कर उसे पवित्र किया है; और मेरी आंखें और मेरा मन नित्य वहीं लगे रहेंगे।
1 राजा 8:29
कि तेरी आंख इस भवन की ओर अर्थात इसी स्थान की ओर जिसके विषय तू ने कहा है, कि मेरा नाम वहां रहेगा, रात दिन खुली रहें: और जो प्रार्थना तेरा दास इस स्थान की ओर करे, उसे तू सुन ले।
यिर्मयाह 32:34
वरन जो भवन मेरा कहलाता है, उस में भी उन्होंने अपनी घृणित वस्तुएं स्थापन कर के उसे अशुद्ध किया है।
2 इतिहास 7:16
और अब मैं ने इस भवन को अपनाया और पवित्र किया है कि मेरा नाम सदा के लिये इस में बना रहे; मेरी आंखें और मेरा मन दोनों नित्य यहीं लगे रहेंगे।
2 इतिहास 7:12
तब यहोवा ने रात में उसको दर्शन दे कर उस से कहा, मैं ने तेरी प्रार्थना सुनी और इस स्थान को यज्ञ के भवन के लिये अपनाया है।
2 राजा 23:27
और यहोवा ने कहा था जेसे मैं ने इस्राएल को अपने साम्हने से दूर किया, वैसे ही यहूदा को भी दूर करूंगा; और इस यरूशलेम नगर से जिसे मैं ने चुना और इस भवन से जिसके विषय मैं ने कहा, कि यह मेरे नाम का निवास होगा, मैं हाथ उठाऊंगा।
2 राजा 23:6
और वह अशेरा को यहोवा के भवन में से निकाल कर यरूशलेम के बाहर किद्रोन नाले में लिवा ले गया और वहीं उसको फूंक दिया, और पीस कर बुकनी कर दिया। तब वह बुकनी साधारण लोगों की कबरों पर फेंक दी।
2 राजा 21:4
और उसने यहोवा के उस भवन में वेदियां बनाईं जिसके विषय यहोवा ने कहा था, कि यरूशलेम में मैं अपना नाम रखूंगा।
2 शमूएल 7:13
मेरे नाम का घर वही बनवाएगा, और मैं उसकी राजगद्दी को सदैव स्थिर रखूंगा।
भजन संहिता 132:13
क्योंकि यहोवा ने सिय्योन को अपनाया है, और उसे अपने निवास के लिये चाहा है॥
भजन संहिता 78:68
परन्तु यहूदा ही के गोत्र को, और अपने प्रिय सिय्योन पर्वत को चुन लिया।
भजन संहिता 74:2
अपनी मण्डली को जिसे तू ने प्राचीन काल में मोल लिया था, और अपने निज भाग का गोत्र होने के लिये छुड़ा लिया था, और इस सिय्योन पर्वत को भी, जिस पर तू ने वास किया था, स्मारण कर!
नहेमायाह 1:9
परन्तु यदि तुम मेरी ओर फिरो, और मेरी आज्ञाएं मानो, और उन पर चलो, तो चाहे तुम में से निकाले हुए लोग आकाश की छोर में भी हों, तौभी मैं उन को वहां से इकट्ठा कर के उस स्थान में पहुंचाऊंगा, जिसे मैं ने अपने नाम के निवास के लिये चुन लिया है।
2 इतिहास 33:15
फिर उसने पराये देवताओं को और यहोवा के भवन में की मूर्ति को, और जितनी वेदियां उसने यहोवा के भवन के पर्वत पर, और यरूशलेम में बनवाई थीं, उन सब को दूर कर के नगर से बाहर फेंकवा दिया।
2 इतिहास 33:7
और उसने अपनी खुदवाई हुई मूर्ति परमेश्वर के उस भवन में स्थापन की जिसके विषय परमेश्वर ने दाऊद और उसके पुत्र सुलैमान से कहा था, कि इस भवन में, और यरूशलेम में, जिस को मैं ने इस्राएल के सब गोत्रों में से चुन लिया है मैं अपना नाम सर्वदा रखूंगा,
2 इतिहास 7:20
तो मैं उन को अपने देश में से जो मैं ने उन को दिया है, जड़ से उखाडूंगा; और इस भवन को जो मैं ने अपने नाम के लिये पवित्र किया है, अपनी दृष्टि से दूर करूंगा; और ऐसा करूंगा कि देश देश के लोगों के बीच उसकी उपमा और नामधराई चलेगी।
1 राजा 9:7
तो मैं इस्राएल को इस देश में से जो मैं ने उन को दिया है, काट डालूंगा और इस भवन को जो मैं ने अपने नाम के लिये पवित्र किया है, अपनी दृष्टि से उतार दूंगा; और सब देशों के लोगों में इस्राएल की उपमा दी जायेगी और उसका दृष्टान्त चलेगा।
1 राजा 8:44
जब तेरी प्रजा के लोग जहां कहीं तू उन्हें भेजे, वहां अपने शत्रुओं से लड़ाई करने को निकल जाएं, और इस नगर की ओर जिसे तू ने चुना है, और इस भवन की ओर जिसे मैं ने तेरे नाम पर बनाया है, यहोवा से प्रार्थना करें,
व्यवस्थाविवरण 16:21
तू अपने परमेश्वर यहोवा की जो वेदी बनाऐगा उसके पास किसी प्रकार की लकड़ी की बनी हुई अशेरा का स्थापन न करना।