2 राजा 1:14
पचास पचास सिपाहियों के जो दो प्रधान अपने अपने पचासों समेत पहिले आए थे, उन को तो आग ने आकाश से गिरकर भस्म कर डाला, परन्तु अब मेरा प्राण तेरी दृष्टि में अनमोल ठहरे।
Behold, | הִ֠נֵּה | hinnē | HEE-nay |
there came | יָ֤רְדָה | yārĕdâ | YA-reh-da |
fire | אֵשׁ֙ | ʾēš | aysh |
down from | מִן | min | meen |
heaven, | הַשָּׁמַ֔יִם | haššāmayim | ha-sha-MA-yeem |
up burnt and | וַ֠תֹּאכַל | wattōʾkal | VA-toh-hahl |
אֶת | ʾet | et | |
the two | שְׁנֵ֞י | šĕnê | sheh-NAY |
captains | שָׂרֵ֧י | śārê | sa-RAY |
former the of | הַֽחֲמִשִּׁ֛ים | haḥămiššîm | ha-huh-mee-SHEEM |
fifties | הָרִֽאשֹׁנִ֖ים | hāriʾšōnîm | ha-ree-shoh-NEEM |
with their fifties: | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
life my let therefore | חֲמִשֵּׁיהֶ֑ם | ḥămiššêhem | huh-mee-shay-HEM |
now | וְעַתָּ֕ה | wĕʿattâ | veh-ah-TA |
be precious | תִּיקַ֥ר | tîqar | tee-KAHR |
in thy sight. | נַפְשִׁ֖י | napšî | nahf-SHEE |
בְּעֵינֶֽיךָ׃ | bĕʿênêkā | beh-ay-NAY-ha |