2 Chronicles 7:16
और अब मैं ने इस भवन को अपनाया और पवित्र किया है कि मेरा नाम सदा के लिये इस में बना रहे; मेरी आंखें और मेरा मन दोनों नित्य यहीं लगे रहेंगे।
2 Chronicles 7:16 in Other Translations
King James Version (KJV)
For now have I chosen and sanctified this house, that my name may be there for ever: and mine eyes and mine heart shall be there perpetually.
American Standard Version (ASV)
For now have I chosen and hallowed this house, that my name may be there for ever; and mine eyes and my heart shall be there perpetually.
Bible in Basic English (BBE)
For I have taken this house for myself and made it holy, so that my name may be there for ever; and my eyes and my heart will be there at all times.
Darby English Bible (DBY)
for I have now chosen and hallowed this house, that my name may be there for ever; and mine eyes and my heart shall be there perpetually.
Webster's Bible (WBT)
For now have I chosen and sanctified this house, that my name may be there for ever: and my eyes and my heart shall be there perpetually.
World English Bible (WEB)
For now have I chosen and made this house holy, that my name may be there forever; and my eyes and my heart shall be there perpetually.
Young's Literal Translation (YLT)
and now, I have chosen and sanctified this house for My name being there unto the age; yea, Mine eyes and My heart have been there all the days.
| For now | וְעַתָּ֗ה | wĕʿattâ | veh-ah-TA |
| have I chosen | בָּחַ֤רְתִּי | bāḥartî | ba-HAHR-tee |
| and sanctified | וְהִקְדַּ֙שְׁתִּי֙ | wĕhiqdaštiy | veh-heek-DAHSH-TEE |
| אֶת | ʾet | et | |
| this | הַבַּ֣יִת | habbayit | ha-BA-yeet |
| house, | הַזֶּ֔ה | hazze | ha-ZEH |
| that my name | לִֽהְיוֹת | lihĕyôt | LEE-heh-yote |
| be may | שְׁמִ֥י | šĕmî | sheh-MEE |
| there | שָׁ֖ם | šām | shahm |
| for | עַד | ʿad | ad |
| ever: | עוֹלָ֑ם | ʿôlām | oh-LAHM |
| and mine eyes | וְהָי֨וּ | wĕhāyû | veh-ha-YOO |
| heart mine and | עֵינַ֧י | ʿênay | ay-NAI |
| shall be | וְלִבִּ֛י | wĕlibbî | veh-lee-BEE |
| there | שָׁ֖ם | šām | shahm |
| perpetually. | כָּל | kāl | kahl |
| הַיָּמִֽים׃ | hayyāmîm | ha-ya-MEEM |
Cross Reference
2 इतिहास 7:12
तब यहोवा ने रात में उसको दर्शन दे कर उस से कहा, मैं ने तेरी प्रार्थना सुनी और इस स्थान को यज्ञ के भवन के लिये अपनाया है।
कुलुस्सियों 2:9
क्योंकि उस में ईश्वरत्व की सारी परिपूर्णता सदेह वास करती है।
यूहन्ना 2:19
यीशु ने उन को उत्तर दिया; कि इस मन्दिर को ढा दो, और मैं उसे तीन दिन में खड़ा कर दूंगा।
मत्ती 3:17
और देखो, यह आकाशवाणी हुई, कि यह मेरा प्रिय पुत्र है, जिस से मैं अत्यन्त प्रसन्न हूं॥
जकर्याह 3:2
तब यहोवा ने शैतान से कहा, हे शैतान यहोवा तुझ को घुड़के! यहोवा जो यरूशलेम को अपना लेता है, वही तुझे घुड़के! क्या यह आग से निकाली हुई लुकटी सी नहीं है?
भजन संहिता 132:14
यह तो युग युग के लिये मेरा विश्रामस्थान हैं; यहीं मैं रहूंगा, क्योंकि मैं ने इसको चाहा है।
2 इतिहास 33:4
और उसने यहोवा के उस भवन मे वेदियां बनाईं जिसके विषय यहोवा ने कहा था कि यरूशलेम में मेरा नाम सदा बना रहेगा।
2 इतिहास 7:15
अब से जो प्रार्थना इस स्थान में की जाएगी, उस पर मेरी आंखें खुली और मेरे कान लगे रहेंगे।
2 इतिहास 6:20
वह यह है कि तेरी आंखें इस भवन की ओर, अर्तात इसी स्थान की ओर जिसके विषय में तू ने कहा है कि मैं उस में अपना नाम रखूंगा, रात दिन खुली रहें, और जो प्रार्थना तेरा दास इस स्थान की ओर करे, उसे तू सुन ले।
2 इतिहास 6:5
कि जिस दिन से मैं अपनी प्रजा को मिस्र देश से निकाल लाया, तब से मैं ने न तो इस्राएल के किसी गोत्र का कोई नगर चुना जिस में मेरे नाम के निवास के लिये भवन बनाया जाए, और न कोई मनुष्य चुना कि वह मेरी प्रजा इस्राएल पर प्रधान हो।
2 राजा 21:7
और अशेरा की जो मूरत उसने खुदवाई, उसको उसने उस भवन में स्थापित किया, जिसके विषय यहोवा ने दाऊद और उसके पुत्र सुलैमान से कहा था, कि इस भवन में और यरूशलेम में, जिस को मैं ने इस्राएल के सब गोत्रों में से चुन लिया है, मैं सदैव अपना नाम रखूंगा।
2 राजा 21:4
और उसने यहोवा के उस भवन में वेदियां बनाईं जिसके विषय यहोवा ने कहा था, कि यरूशलेम में मैं अपना नाम रखूंगा।
1 राजा 9:3
और यहोवा ने उस से कहा, जो प्रार्थना गिड़गिड़ाहट के साथ तू ने मुझ से की है, उसको मैं ने सुना है, यह जो भवन तू ने बनाया है, उस में मैं ने अपना नाम सदा के लिये रख कर उसे पवित्र किया है; और मेरी आंखें और मेरा मन नित्य वहीं लगे रहेंगे।
1 राजा 8:48
और यदि वे अपने उन शत्रुओं के देश में जो उन्हें बन्धुआ करके ले गए हों, अपने सम्पूर्ण मन और सम्पूर्ण प्राण से तेरी ओर फिरें और अपने इस देश की ओर जो तू ने उनके पुरुखाओं को दिया था, और इस नगर की ओर जिसे तू ने चुना है, और इस भवन की ओर जिसे मैं ने तेरे नाम का बनाया है, तुझ से प्रार्थना करें,
1 राजा 8:44
जब तेरी प्रजा के लोग जहां कहीं तू उन्हें भेजे, वहां अपने शत्रुओं से लड़ाई करने को निकल जाएं, और इस नगर की ओर जिसे तू ने चुना है, और इस भवन की ओर जिसे मैं ने तेरे नाम पर बनाया है, यहोवा से प्रार्थना करें,
1 राजा 8:35
जब वे तेरे विरुद्ध पाप करें, और इस कारण आकाश बन्द हो जाए, कि वर्षा न होए, ऐसे समय यदि वे इस स्थान की ओर प्रार्थना करके तेरे नाम को मानें जब तू उन्हें दु:ख देता है, और अपने पाप से फिरें, तो तू स्वर्ग में से सुनकर क्षमा करना,
1 राजा 8:16
कि जिस दिन से मैं अपनी प्रजा इस्राएल को मिस्र से निकाल लाया, तब से मैं ने किसी इस्राएली गोत्र का कोई नगर नहीं चुना, जिस में मेरे नाम के निवास के लिये भवन बनाया जाए; परन्तु मैं ने दाऊद को चुन लिया, कि वह मेरी प्रजा इस्राएल का अधिकारी हो।
व्यवस्थाविवरण 16:11
और उस स्थान में जो तेरा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास करने को चुन ले अपने अपने बेटे-बेटियों, दास-दासियों समेत तू और तेरे फाटकों के भीतर जो लेवीय हों, और जो जो परदेशी, और अनाथ, और विधवाएं तेरे बीच में हों, वे सब के सब अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने आनन्द करें।
व्यवस्थाविवरण 12:21
जो स्थान तेरा परमेश्वर यहोवा अपना नाम बनाए रखने के लिये चुन ले वह यदि तुझ से बहुत दूर हो, तो जो गाय-बैल भेड़-बकरी यहोवा ने तुझे दी हों, उन में से जो कुछ तेरा जी चाहे, उसे मेरी आज्ञा के अनुसार मार के अपने फाटकों के भीतर खा सकेगा।