2 Chronicles 6:18
परन्तु क्या परमेश्वर सचमुच मनुष्यों के संग पृथ्वी पर वास करेगा? स्वर्ग में वरन सब से ऊंचे स्वर्ग में भी तू नहीं समाता, फिर मेरे बनाए हुए इस भवन में तू क्योंकर समाएगा?
2 Chronicles 6:18 in Other Translations
King James Version (KJV)
But will God in very deed dwell with men on the earth? behold, heaven and the heaven of heavens cannot contain thee; how much less this house which I have built!
American Standard Version (ASV)
But will God in very deed dwell with men on the earth? behold, heaven and the heaven of heavens cannot contain thee; how much less this house which I have builded!
Bible in Basic English (BBE)
But is it truly possible that God may be housed with men on earth? see, heaven and the heaven of heavens are not wide enough to be your resting-place: how much less this house which I have made:
Darby English Bible (DBY)
But will God indeed dwell with man on the earth? behold, the heavens and the heaven of heavens cannot contain thee; how much less this house which I have built!
Webster's Bible (WBT)
But will God in very deed dwell with men on the earth? behold, heaven and the heaven of heavens cannot contain thee; how much less this house which I have built!
World English Bible (WEB)
But will God in very deed dwell with men on the earth? behold, heaven and the heaven of heavens can't contain you; how much less this house which I have built!
Young's Literal Translation (YLT)
(for is it true? -- God dwelleth with man on the earth! Lo, the heavens, and the heavens of the heavens, do not contain Thee, how much less this house that I have built?)
| But | כִּ֚י | kî | kee |
| will God | הַֽאֻמְנָ֔ם | haʾumnām | ha-oom-NAHM |
| in very deed | יֵשֵׁ֧ב | yēšēb | yay-SHAVE |
| dwell | אֱלֹהִ֛ים | ʾĕlōhîm | ay-loh-HEEM |
| with | אֶת | ʾet | et |
| men | הָֽאָדָ֖ם | hāʾādām | ha-ah-DAHM |
| on | עַל | ʿal | al |
| the earth? | הָאָ֑רֶץ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
| behold, | הִ֠נֵּה | hinnē | HEE-nay |
| heaven | שָׁמַ֜יִם | šāmayim | sha-MA-yeem |
| heaven the and | וּשְׁמֵ֤י | ûšĕmê | oo-sheh-MAY |
| of heavens | הַשָּׁמַ֙יִם֙ | haššāmayim | ha-sha-MA-YEEM |
| cannot | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| contain | יְכַלְכְּל֔וּךָ | yĕkalkĕlûkā | yeh-hahl-keh-LOO-ha |
| less much how thee; | אַ֕ף | ʾap | af |
| this | כִּֽי | kî | kee |
| house | הַבַּ֥יִת | habbayit | ha-BA-yeet |
| which | הַזֶּ֖ה | hazze | ha-ZEH |
| I have built! | אֲשֶׁ֥ר | ʾăšer | uh-SHER |
| בָּנִֽיתִי׃ | bānîtî | ba-NEE-tee |
Cross Reference
यशायाह 66:1
यहोवा यों कहता है, आकाश मेरा सिंहासन और पृथ्वी मेरे चरणों की चौकी है; तुम मेरे लिये कैसा भवन बनाओगे, और मेरे विश्राम का कौन सा स्थान होगा?
2 इतिहास 2:6
परन्तु किस की इतनी शक्ति है, कि उसके लिये भवन बनाए, वह तो स्वर्ग में वरन सब से ऊंचे स्वर्ग में भी नहीं समाता? मैं क्या हूँ कि उसके साम्हने धूप जलाने को छोड़ और किसी मनसा से उसका भवन बनाऊं?
भजन संहिता 113:5
हमारे परमेश्वर यहोवा के तुल्य कौन है? वह तो ऊंचे पर विराजमान है,
2 कुरिन्थियों 12:2
मैं मसीह में एक मनुष्य को जानता हूं, चौदह वर्ष हुए कि न जाने देह सहित, न जाने देह रहित, परमेश्वर जानता है, ऐसा मनुष्य तीसरे स्वर्ग तक उठा लिया गया।
प्रेरितों के काम 17:24
जिस परमेश्वर ने पृथ्वी और उस की सब वस्तुओं को बनाया, वह स्वर्ग और पृथ्वी का स्वामी होकर हाथ के बनाए हुए मन्दिरों में नहीं रहता।
प्रेरितों के काम 7:48
परन्तु परमप्रधान हाथ के बनाए घरों में नहीं रहता, जैसा कि भविष्यद्वक्ता ने कहा।
मत्ती 7:11
सो जब तुम बुरे होकर, अपने बच्चों को अच्छी वस्तुएं देना जानते हो, तो तुम्हारा स्वर्गीय पिता अपने मांगने वालों को अच्छी वस्तुएं क्यों न देगा?
यिर्मयाह 23:24
फिर यहोवा की यह वाणी है, क्या कोई ऐसे गुप्त स्थानों में छिप सकता है, कि मैं उसे न देख सकूं? क्या स्वर्ग और पृथ्वी दोनों मुझ से परिपूर्ण नहीं हैं?
यशायाह 57:15
क्योंकि जो महान और उत्तम और सदैव स्थिर रहता, और जिसका नाम पवित्र है, वह यों कहता है, मैं ऊंचे पर और पवित्र स्थान में निवास करता हूं, और उसके संग भी रहता हूं, जो खेदित और नम्र हैं, कि, नम्र लोगों के हृदय और खेदित लोगों के मन को हषिर्त करूं।
भजन संहिता 139:7
मैं तेरे आत्मा से भाग कर किधर जाऊं? वा तेरे साम्हने से किधर भागूं?
भजन संहिता 68:18
तू ऊंचे पर चढ़ा, तू लोगों को बन्धुवाई में ले गया; तू ने मनुष्यों से, वरन हठीले मनुष्यों से भी भेंटें लीं, जिस से याह परमेश्वर उन में वास करे॥
अय्यूब 25:4
फिर मनुष्य ईश्वर की दृष्टि में धमीं क्योंकर ठहर सकता है? और जो स्त्री से उत्पन्न हुआ है वह क्योंकर निर्मल हो सकता है?
अय्यूब 9:14
फिर मैं क्या हूं, जो उसे उत्तर दूं, और बातें छांट छांटकर उस से विवाद करूं?
अय्यूब 4:19
फिर जो मिट्टी के घरों में रहते हैं, और जिनकी नेव मिट्टी में डाली गई है, और जो पतंगे की नाईं पिस जाते हैं, उनकी क्या गणना।
2 इतिहास 32:15
अब हिजकिय्याह तुम को इस रीति भुलाने अथवा बहकाने न पाए, और तुम उसकी प्रतीति न करो, क्योंकि किसी जाति था राज्य का कोई देवता अपनी प्रजा को न तो मेरे हाथ से और न मेरे पुरखाओं के हाथ से बचा सका। यह निश्चय है कि तुम्हारा देवता तुम को मेरे हाथ से नहीं बचा सकेगा।
1 राजा 8:27
क्या परमेश्वर सचमुच पृथ्वी पर वास करेगा, स्वर्ग में वरन सब से ऊंचे स्वर्ग में भी तू नहीं समाता, फिर मेरे बनाए हुए इस भवन में क्योंकर समाएगा।
निर्गमन 29:45
और मैं इस्त्राएलियों के मध्य निवास करूंगा, और उनका परमेश्वर ठहरूंगा।