2 इतिहास 32:30
उसी हिजकिय्याह ने गीहोन नाम नदी के ऊपर के सोते को पाट कर उस नदी को नीचे की ओर दाऊदपुर की पच्छिम अलंग को सीधा पहुंचाया, और हिजकिय्याह अपने सब कामों में कृतार्थ होता था।
This same | וְה֣וּא | wĕhûʾ | veh-HOO |
Hezekiah | יְחִזְקִיָּ֗הוּ | yĕḥizqiyyāhû | yeh-heez-kee-YA-hoo |
also stopped | סָתַם֙ | sātam | sa-TAHM |
אֶת | ʾet | et | |
the upper | מוֹצָ֞א | môṣāʾ | moh-TSA |
watercourse | מֵימֵ֤י | mêmê | may-MAY |
גִיחוֹן֙ | gîḥôn | ɡee-HONE | |
of Gihon, | הָֽעֶלְי֔וֹן | hāʿelyôn | ha-el-YONE |
and brought it straight | וַֽיַּישְּׁרֵ֥ם | wayyayššĕrēm | va-yai-sheh-RAME |
down | לְמַֽטָּה | lĕmaṭṭâ | leh-MA-ta |
to the west side | מַּעְרָ֖בָה | maʿrābâ | ma-RA-va |
of the city | לְעִ֣יר | lĕʿîr | leh-EER |
David. of | דָּוִ֑יד | dāwîd | da-VEED |
And Hezekiah | וַיַּצְלַ֥ח | wayyaṣlaḥ | va-yahts-LAHK |
prospered | יְחִזְקִיָּ֖הוּ | yĕḥizqiyyāhû | yeh-heez-kee-YA-hoo |
in all | בְּכָֽל | bĕkāl | beh-HAHL |
his works. | מַעֲשֵֽׂהוּ׃ | maʿăśēhû | ma-uh-say-HOO |