2 इतिहास 26:19
तब उज्जिय्याह धूप जलाने को धूपदान हाथ में लिये हुए झुंझला उठा। और वह याजकों पर झुंझला रहा था, कि याजकों के देखते देखते यहोवा के भवन में धूप की वेदी के पास ही उसके माथे पर कोढ़ प्रगट हुआ।
Then Uzziah | וַיִּזְעַף֙ | wayyizʿap | va-yeez-AF |
was wroth, | עֻזִּיָּ֔הוּ | ʿuzziyyāhû | oo-zee-YA-hoo |
censer a had and | וּבְיָד֥וֹ | ûbĕyādô | oo-veh-ya-DOH |
in his hand | מִקְטֶ֖רֶת | miqṭeret | meek-TEH-ret |
incense: burn to | לְהַקְטִ֑יר | lĕhaqṭîr | leh-hahk-TEER |
wroth was he while and | וּבְזַעְפּ֣וֹ | ûbĕzaʿpô | oo-veh-za-POH |
with | עִם | ʿim | eem |
the priests, | הַכֹּֽהֲנִ֗ים | hakkōhănîm | ha-koh-huh-NEEM |
leprosy the | וְ֠הַצָּרַעַת | wĕhaṣṣāraʿat | VEH-ha-tsa-ra-at |
even rose up | זָֽרְחָ֨ה | zārĕḥâ | za-reh-HA |
forehead his in | בְמִצְח֜וֹ | bĕmiṣḥô | veh-meets-HOH |
before | לִפְנֵ֤י | lipnê | leef-NAY |
the priests | הַכֹּֽהֲנִים֙ | hakkōhănîm | ha-koh-huh-NEEM |
house the in | בְּבֵ֣ית | bĕbêt | beh-VATE |
of the Lord, | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
from beside | מֵעַ֖ל | mēʿal | may-AL |
the incense | לְמִזְבַּ֥ח | lĕmizbaḥ | leh-meez-BAHK |
altar. | הַקְּטֹֽרֶת׃ | haqqĕṭōret | ha-keh-TOH-ret |