1 Samuel 18:1
जब वह शाऊल से बातें कर चुका, तब योनातान का मन दाऊद पर ऐसा लग गया, कि योनातान उसे अपने प्राण के बराबर प्यार करने लगा।
1 Samuel 18:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
And it came to pass, when he had made an end of speaking unto Saul, that the soul of Jonathan was knit with the soul of David, and Jonathan loved him as his own soul.
American Standard Version (ASV)
And it came to pass, when he had made an end of speaking unto Saul, that the soul of Jonathan was knit with the soul of David, and Jonathan loved him as his own soul.
Bible in Basic English (BBE)
Now after David's talk with Saul was ended, the soul of Jonathan was joined with the soul of David, and David became as dear to him as his very life.
Darby English Bible (DBY)
And it came to pass, when he had ended speaking to Saul, that the soul of Jonathan was knit with the soul of David, and Jonathan loved him as his own soul.
Webster's Bible (WBT)
And it came to pass, when he had made an end of speaking to Saul, that the soul of Jonathan was knit with the soul of David, and Jonathan loved him as his own soul.
World English Bible (WEB)
It happened, when he had made an end of speaking to Saul, that the soul of Jonathan was knit with the soul of David, and Jonathan loved him as his own soul.
Young's Literal Translation (YLT)
And it cometh to pass, when he finisheth to speak unto Saul, that the soul of Jonathan hath been bound to the soul of David, and Jonathan loveth him as his own soul.
| And it came to pass, | וַיְהִ֗י | wayhî | vai-HEE |
| end an made had he when | כְּכַלֹּתוֹ֙ | kĕkallōtô | keh-ha-loh-TOH |
| of speaking | לְדַבֵּ֣ר | lĕdabbēr | leh-da-BARE |
| unto | אֶל | ʾel | el |
| Saul, | שָׁא֔וּל | šāʾûl | sha-OOL |
| soul the that | וְנֶ֙פֶשׁ֙ | wĕnepeš | veh-NEH-FESH |
| of Jonathan | יְה֣וֹנָתָ֔ן | yĕhônātān | yeh-HOH-na-TAHN |
| was knit | נִקְשְׁרָ֖ה | niqšĕrâ | neek-sheh-RA |
| with the soul | בְּנֶ֣פֶשׁ | bĕnepeš | beh-NEH-fesh |
| David, of | דָּוִ֑ד | dāwid | da-VEED |
| and Jonathan | וַיֶּֽאֱהָבֵ֥וּ | wayyeʾĕhābēû | va-yeh-ay-ha-VAY-oo |
| loved | יְהֽוֹנָתָ֖ן | yĕhônātān | yeh-hoh-na-TAHN |
| him as his own soul. | כְּנַפְשֽׁוֹ׃ | kĕnapšô | keh-nahf-SHOH |
Cross Reference
2 शमूएल 1:26
हे मेरे भाई योनातन, मैं तेरे कारण दु:खित हूँ; तू मुझे बहुत मनभाऊ जान पड़ता था; तेरा प्रेम मुझ पर अद्भुत, वरन स्त्रियों के प्रेम से भी बढ़कर था।
1 शमूएल 20:17
और योनातन दाऊद से प्रेम रखता था, और उसने उसको फिर शपथ खिलाई; क्योंकि वह उसने अपने प्राण के बारबर प्रेम रखता था।
उत्पत्ति 44:30
सो जब मैं अपने पिता तेरे दास के पास पहुंचूं, और यह लड़का संग न रहे, तब, उसका प्राण जो इसी पर अटका रहता है,
1 शमूएल 19:2
और योनातन ने दाऊद को बताया, कि मेरा पिता तुझे मरवा डालना चाहता है; इसलिये तू बिहान को सावधान रहना, और किसी गुप्त स्थान में बैठा हुआ छिपा रहना;
व्यवस्थाविवरण 13:6
यदि तेरा सगा भाई, वा बेटा, वा बेटी, वा तेरी अर्द्धांगिन, वा प्राण प्रिय तेरा कोई मित्र निराले में तुझ को यह कहकर फुसलाने लगे, कि आओ हम दूसरे देवताओं की उपासना वा पूजा करें, जिन्हें न तो तू न तेरे पुरखा जानते थे,
कुलुस्सियों 2:2
ताकि उन के मनों में शान्ति हो और वे प्रेम से आपस में गठे रहें, और वे पूरी समझ का सारा धन प्राप्त करें, और परमेश्वर पिता के भेद को अर्थात मसीह को पहिचान लें।
नीतिवचन 18:24
मित्रों के बढ़ाने से तो नाश होता है, परन्तु ऐसा मित्र होता है, जो भाई से भी अधिक मिला रहता है।
भजन संहिता 86:11
हे यहोवा अपना मार्ग मुझे दिखा, तब मैं तेरे सत्य मार्ग पर चलूंगा, मुझ को एक चित्त कर कि मैं तेरे नाम का भय मानूं।
1 इतिहास 12:17
उन से मिलने को दाऊद निकला और उन से कहा, यदि तुम मेरे पास मित्रभाव से मेरी सहायता करने को आए हो, तब तो मेरा मन तुम से लगा रहेगा; परन्तु जो तुम मुझे धोखा देकर मेरे शत्रुओं के हाथ पकड़वाने आए हो, तो हमारे पितरों का परमेश्वर इस पर दृष्टि कर के डांटे, क्योंकि मेरे हाथ से कोई उपद्रव नहीं हुआ।
1 शमूएल 18:3
तब योनातान ने दाऊद से वाचा बान्धी, क्योंकि वह उसको अपने प्राण के बराबर प्यार करता था।
1 शमूएल 14:45
परन्तु लोगों ने शाऊल से कहा, क्या योनातान मारा जाए, जिसने इस्राएलियों का ऐसा बड़ा छुटकारा किया है? ऐसा न होगा! यहोवा के जीवन की शपथ, उसके सिर का एक बाल भी भूमि पर गिरने न पाएगा; क्योंकि आज के दिन उसने परमेश्वर के साथ हो कर काम किया है। तब प्रजा के लोगों ने योनातान को बचा लिया, और वह मारा न गया।
1 शमूएल 14:1
एक दिन शाऊल के पुत्र योनातान ने अपने पिता से बिना कुछ कहे अपने हथियार ढोने वाले जवान से कहा, आ, हम उधर पलिश्तियों की चौकी के पास चलें।
न्यायियों 20:11
तब सब इस्राएली पुरूष उस नगर के विरुद्ध एक पुरूष की नाईं जुटे हुए इकट्ठे हो गए॥