1 Kings 9:3
और यहोवा ने उस से कहा, जो प्रार्थना गिड़गिड़ाहट के साथ तू ने मुझ से की है, उसको मैं ने सुना है, यह जो भवन तू ने बनाया है, उस में मैं ने अपना नाम सदा के लिये रख कर उसे पवित्र किया है; और मेरी आंखें और मेरा मन नित्य वहीं लगे रहेंगे।
1 Kings 9:3 in Other Translations
King James Version (KJV)
And the LORD said unto him, I have heard thy prayer and thy supplication, that thou hast made before me: I have hallowed this house, which thou hast built, to put my name there for ever; and mine eyes and mine heart shall be there perpetually.
American Standard Version (ASV)
And Jehovah said unto him, I have heard thy prayer and thy supplication, that thou hast made before me: I have hallowed this house, which thou hast built, to put my name there for ever; and mine eyes and my heart shall be there perpetually.
Bible in Basic English (BBE)
And the Lord said to him, Your prayers and your requests for grace have come to my ears: I have made holy this house which you have made, and I have put my name there for ever; my eyes and my heart will be there at all times.
Darby English Bible (DBY)
And Jehovah said to him, I have heard thy prayer and thy supplication which thou hast made before me: I have hallowed this house, which thou hast built, to put my name there for ever; and mine eyes and my heart shall be there perpetually.
Webster's Bible (WBT)
And the LORD said to him, I have heard thy prayer and thy supplication that thou hast made before me: I have hallowed this house, which thou hast built, to put my name there for ever; and my eyes and my heart shall be there perpetually.
World English Bible (WEB)
Yahweh said to him, I have heard your prayer and your supplication, that you have made before me: I have made this house holy, which you have built, to put my name there forever; and my eyes and my heart shall be there perpetually.
Young's Literal Translation (YLT)
and Jehovah saith unto him, `I have heard thy prayer and thy supplication with which thou hast made supplication before Me; I have hallowed this house that thou hast built to put My name there -- unto the age, and Mine eyes and My heart have been there all the days.
| And the Lord | וַיֹּ֨אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
| said | יְהוָ֜ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| unto | אֵלָ֗יו | ʾēlāyw | ay-LAV |
| heard have I him, | שָׁ֠מַעְתִּי | šāmaʿtî | SHA-ma-tee |
| אֶת | ʾet | et | |
| thy prayer | תְּפִלָּֽתְךָ֣ | tĕpillātĕkā | teh-fee-la-teh-HA |
| supplication, thy and | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
| that | תְּחִנָּֽתְךָ֮ | tĕḥinnātĕkā | teh-hee-na-teh-HA |
| thou hast made | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
| before | הִתְחַנַּ֣נְתָּה | hitḥannantâ | heet-ha-NAHN-ta |
| me: I have hallowed | לְפָנַי֒ | lĕpānay | leh-fa-NA |
| הִקְדַּ֗שְׁתִּי | hiqdaštî | heek-DAHSH-tee | |
| this | אֶת | ʾet | et |
| house, | הַבַּ֤יִת | habbayit | ha-BA-yeet |
| which | הַזֶּה֙ | hazzeh | ha-ZEH |
| thou hast built, | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
| put to | בָּנִ֔תָה | bānitâ | ba-NEE-ta |
| my name | לָֽשׂוּם | lāśûm | LA-soom |
| there | שְׁמִ֥י | šĕmî | sheh-MEE |
| for | שָׁ֖ם | šām | shahm |
| ever; | עַד | ʿad | ad |
| and mine eyes | עוֹלָ֑ם | ʿôlām | oh-LAHM |
| heart mine and | וְהָי֨וּ | wĕhāyû | veh-ha-YOO |
| shall be | עֵינַ֧י | ʿênay | ay-NAI |
| there | וְלִבִּ֛י | wĕlibbî | veh-lee-BEE |
| perpetually. | שָׁ֖ם | šām | shahm |
| כָּל | kāl | kahl | |
| הַיָּמִֽים׃ | hayyāmîm | ha-ya-MEEM |
Cross Reference
1 राजा 8:29
कि तेरी आंख इस भवन की ओर अर्थात इसी स्थान की ओर जिसके विषय तू ने कहा है, कि मेरा नाम वहां रहेगा, रात दिन खुली रहें: और जो प्रार्थना तेरा दास इस स्थान की ओर करे, उसे तू सुन ले।
व्यवस्थाविवरण 11:12
वह ऐसा देश है जिसकी तेरे परमेश्वर यहोवा को सुधि रहती है; और वर्ष के आदि से ले कर अन्त तक तेरे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि उस पर निरन्तर लगी रहती है॥
भजन संहिता 10:17
हे यहोवा, तू ने नम्र लोगों की अभिलाषा सुनी है; तू उनका मन तैयार करेगा, तू कान लगाकर सुनेगा
2 राजा 20:5
कि लौटकर मेरी प्रजा के प्रधान हिजकिय्याह से कह, कि तेरे मूलपुरुष दाऊद का परमेश्वर यहोवा यों कहता है, कि मैं ने तेरी प्रार्थना सुनी और तेरे आंसू देखे हैं; देख, मैं तुझे चंगा करता हूँ; परसों तू यहोवा के भवन में जा सकेगा।
2 इतिहास 6:40
और हे मेरे परमेश्वर! जो प्रार्थना इस स्थान में की जाए उसकी ओर अपनी आंखें खोले रह और अपने कान लगाए रख।
दानिय्येल 9:23
जब तू गिड़गिड़ाकर बिनती करने लगा, तब ही इसकी आज्ञा निकली, इसलिये मैं तुझे बताने आया हूं, क्योंकि तू अति प्रिय ठहरा है; इसलिये उस विषय को समझ ले और दर्शन की बात का अर्थ बूझ ले॥
मत्ती 6:9
सो तुम इस रीति से प्रार्थना किया करो; “हे हमारे पिता, तू जो स्वर्ग में है; तेरा नाम पवित्र माना जाए।
यूहन्ना 11:42
और मै जानता था, कि तू सदा मेरी सुनता है, परन्तु जो भीड़ आस पास खड़ी है, उन के कारण मैं ने यह कहा, जिस से कि वे विश्वास करें, कि तू ने मुझे भेजा है।
प्रेरितों के काम 10:31
और कहने लगा, हे कुरनेलियुस, तेरी प्रार्थना सुन ली गई, और तेरे दान परमेश्वर के साम्हने स्मरण किए गए हैं।
1 यूहन्ना 5:14
और हमें उसके साम्हने जो हियाव होता है, वह यह है; कि यदि हम उस की इच्छा के अनुसार कुछ मांगते हैं, तो हमारी सुनता है।
यिर्मयाह 15:1
फिर यहोवा ने मुझ से कहा, यदि मूसा और शमूएल भी मेरे साम्हने खड़े होते, तौभी मेरा मन इन लोगों की ओर न फिरता। इन को मेरे साम्हने से निकाल दो कि वे निकल जाएं!
श्रेष्ठगीत 4:9
हे मेरी बहिन, हे मेरी दुल्हिन, तू ने मेरा मन मोह लिया है, तू ने अपनी आंखों की एक ही चितवन से, और अपने गले के एक ही हीरे से मेरा हृदय मोह लिया है।
भजन संहिता 132:13
क्योंकि यहोवा ने सिय्योन को अपनाया है, और उसे अपने निवास के लिये चाहा है॥
गिनती 16:38
जिन्होंने पाप करके अपने ही प्राणों की हानि की है, उनके धूपदानों के पत्तर पीट पीटकर बनाए जाएं जिस से कि वह वेदी के मढ़ने के काम आवे; क्योंकि उन्होंने यहोवा के साम्हने रखा था; इस से वे पवित्र हैं। इस प्रकार वह इस्त्राएलियों के लिये एक निशान ठहरेगा।
व्यवस्थाविवरण 12:5
किन्तु जो स्थान तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे सब गोत्रों में से चुन लेगा, कि वहां अपना नाम बनाए रखे, उसके उसी निवासस्थान के पास जाया करना;
व्यवस्थाविवरण 12:11
और तुम निडर रहने पाओ, तब जो स्थान तुम्हारा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास ठहराने के लिये चुन ले उसी में तुम अपने होमबलि, और मेलबलि, और दशमांश, और उठाई हुईं भेंटें, और मन्नतों की सब उत्तम उत्तम वस्तुएं जो तुम यहोवा के लिये संकल्प करोगे, निदान जितनी वस्तुओं की आज्ञा मैं तुम को सुनाता हूं उन सभों को वहीं ले जाया करना।
व्यवस्थाविवरण 12:21
जो स्थान तेरा परमेश्वर यहोवा अपना नाम बनाए रखने के लिये चुन ले वह यदि तुझ से बहुत दूर हो, तो जो गाय-बैल भेड़-बकरी यहोवा ने तुझे दी हों, उन में से जो कुछ तेरा जी चाहे, उसे मेरी आज्ञा के अनुसार मार के अपने फाटकों के भीतर खा सकेगा।
व्यवस्थाविवरण 16:11
और उस स्थान में जो तेरा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास करने को चुन ले अपने अपने बेटे-बेटियों, दास-दासियों समेत तू और तेरे फाटकों के भीतर जो लेवीय हों, और जो जो परदेशी, और अनाथ, और विधवाएं तेरे बीच में हों, वे सब के सब अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने आनन्द करें।
1 राजा 8:10
जब याजक पवित्रस्थान से निकले, तब यहोवा के भवन में बादल भर आया।
2 इतिहास 7:15
अब से जो प्रार्थना इस स्थान में की जाएगी, उस पर मेरी आंखें खुली और मेरे कान लगे रहेंगे।
भजन संहिता 66:19
परन्तु परमेश्वर ने तो सुना है; उसने मेरी प्रार्थना की ओर ध्यान दिया है॥
भजन संहिता 116:1
मैं प्रेम रखता हूं, इसलिये कि यहोवा ने मेरे गिड़गिड़ाने को सुना है।
निर्गमन 20:11
क्योंकि छ: दिन में यहोवा ने आकाश, और पृथ्वी, और समुद्र, और जो कुछ उन में है, सब को बनाया, और सातवें दिन विश्राम किया; इस कारण यहोवा ने विश्रामदिन को आशीष दी और उसको पवित्र ठहराया॥