1 Kings 7:48
यहोवा के भवन के जितने पात्र थे सुलैमान ने सब बनाए, अर्थात सोने की वेदी, और सोने की वह मेज़ जिस पर भेंट की रोटी रखी जाती थी,
1 Kings 7:48 in Other Translations
King James Version (KJV)
And Solomon made all the vessels that pertained unto the house of the LORD: the altar of gold, and the table of gold, whereupon the shewbread was,
American Standard Version (ASV)
And Solomon made all the vessels that were in the house of Jehovah: the golden altar, and the table whereupon the showbread was, of gold;
Bible in Basic English (BBE)
And Solomon had all the vessels made for use in the house of the Lord: the altar of gold and the gold table on which the holy bread was placed;
Darby English Bible (DBY)
And Solomon made all the vessels that were [in] the house of Jehovah: the golden altar; and the table of gold, whereon was the shewbread;
Webster's Bible (WBT)
And Solomon made all the vessels that pertained to the house of the LORD: the altar of gold, and the table of gold, upon which was the show-bread,
World English Bible (WEB)
Solomon made all the vessels that were in the house of Yahweh: the golden altar, and the table whereupon the show bread was, of gold;
Young's Literal Translation (YLT)
And Solomon maketh all the vessels that `are' in the house of Jehovah: the altar of gold, and the table -- on which `is' the bread of the Presence -- of gold,
| And Solomon | וַיַּ֣עַשׂ | wayyaʿaś | va-YA-as |
| made | שְׁלֹמֹ֔ה | šĕlōmō | sheh-loh-MOH |
| אֵ֚ת | ʾēt | ate | |
| all | כָּל | kāl | kahl |
| the vessels | הַכֵּלִ֔ים | hakkēlîm | ha-kay-LEEM |
| that | אֲשֶׁ֖ר | ʾăšer | uh-SHER |
| pertained unto the house | בֵּ֣ית | bêt | bate |
| of the Lord: | יְהוָ֑ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| אֵ֚ת | ʾēt | ate | |
| the altar | מִזְבַּ֣ח | mizbaḥ | meez-BAHK |
| of gold, | הַזָּהָ֔ב | hazzāhāb | ha-za-HAHV |
| and the table | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
| gold, of | הַשֻּׁלְחָ֗ן | haššulḥān | ha-shool-HAHN |
| whereupon | אֲשֶׁ֥ר | ʾăšer | uh-SHER |
| עָלָ֛יו | ʿālāyw | ah-LAV | |
| the shewbread | לֶ֥חֶם | leḥem | LEH-hem |
| הַפָּנִ֖ים | happānîm | ha-pa-NEEM | |
| was, | זָהָֽב׃ | zāhāb | za-HAHV |
Cross Reference
2 इतिहास 4:8
फिर उसने दस मेज बनवा कर पांच दाहिनी ओर और पाच बाईं ओर मन्दिर में रखवा दीं। और उसने सोने के एक सौ कटोरे बनवाए।
निर्गमन 37:10
फिर उसने बबूल की लकड़ी की मेज़ को बनाया; उसकी लम्बाई दो हाथ, चौड़ाई एक हाथ, और ऊंचाई डेढ़ हाथ की थी;
1 कुरिन्थियों 10:21
तुम प्रभु के कटोरे, और दुष्टात्माओं के कटोरे दोनों में से नहीं पी सकते! तुम प्रभु की मेज और दुष्टात्माओं की मेज दोनों के साझी नहीं हो सकते।
मलाकी 1:12
परन्तु तुम लोग उसको यह कह कर अपवित्र ठहराते हो कि यहोवा की मेज अशुद्ध है, और जो भोजनवस्तु उस पर से मिलती है वह भी तुच्छ है।
यहेजकेल 44:16
वे मेरे पवित्र स्थान में आया करें, और मेरी मेज़ के पास मेरी सेवा टहल करने को आएं और मेरी वस्तुओं की रक्षा करें।
यहेजकेल 41:22
वेदी काठ की बनी थी, और उसकी ऊंचाई तीन हाथ, ओर लम्बाई दो हाथ की थी; और उसके कोने और उसका सारा पाट और अलंगें भी काठ की थीं। और उसने मुझ से कहा, यह तो यहोवा के सम्मुख की मेज़ है।
यहेजकेल 40:42
फिर होमबलि के लिये तराशे हुए पत्थर की चार मेज़ें थीं, जो डेढ़ हाथ लम्बी, डेढ़ हाथ चौड़ी, और हाथ भर ऊंची थीं; उन पर होमबलि और मेलबलि के पशुओं को वध करने के हथियार रखे जाते थे।
यहेजकेल 40:39
और होमबलि, पापबलि, और दोषबलि के पशुओं के वध करने के लिये फाटक के ओसारे के पास उसके दोनों ओर दो दो मेज़ें थीं।
2 इतिहास 4:19
और सुलैमान ने परमेश्वर के भवन के सब पात्र, सोने की वेदी, और वे मेज जिन पर भेंट की रोटी रखी जाती थीं,
लैव्यवस्था 24:5
और तू मैदा ले कर बारह रोटियां पकवाना, प्रत्येक रोटी में एपा का दो दसवां अंश मैदा हो।
निर्गमन 40:26
और उसने मिलाप वाले तम्बू में बीच के पर्दे के साम्हने सोने की वेदी को रखा,
निर्गमन 40:22
और उसने मिलाप वाले तम्बू में निवास की उत्तर अलंग पर बीच के पर्दे से बाहर मेज़ को लगवाया,
निर्गमन 39:38
सोने की वेदी, और अभिषेक का तेल, और सुगन्धित धूप, और तम्बू के द्वार का पर्दा;
निर्गमन 39:36
सारे सामान समेत मेज़, और भेंट की रोटी;
निर्गमन 37:25
फिर उसने बबूल की लकड़ी की धूपवेदी भी बनाईं; उसकी लम्बाई एक हाथ और चौड़ाई एक हाथ ही थी; वह चौकोर बनी, और उसकी ऊंचाई दो हाथ की थी; और उसके सींग उसके साथ बिना जोड़ के बने थे
निर्गमन 30:1
फिर धूप जलाने के लिये बबूल की लकड़ी की वेदी बनाना।
निर्गमन 25:23
फिर बबूल की लकड़ी की एक मेज बनवाना; उसकी लम्बाई दो हाथ, चौड़ाई एक हाथ, और ऊंचाई डेढ़ हाथ की हो।